भोपाल. 2 नवंबर को भी एम्स इंटर्न (AIIMS Intern) की हड़ताल जारी रही। हड़ताल के सातवे दिन इंटर्न डॉक्टर भूख हड़ताल (Hunger Strike) पर बैठ गए है। एम्स इंटर्न का आरोप है कि 17 अप्रैल से 9 जून तक कोरोना मरीजों (Corona Patients) की सेवा की है। प्रबंधन ने हर डॉक्टर को 8 घंटे के 1 हजार रुपए कोविड इंसेटिव देने का वादा किया था, लेकिन प्रबंधन ने यू टर्न ले लिया।
100 इंटर्न का इंसेटिव अटका
इंटर्न ने बताया कि डायरेक्टर की तरफ से उन्हें कोई लिखित आश्वासन नहीं मिला है। प्रबंधन बात करने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए अब हमारे पास भूख हड़ताल पर बैठने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इंटर्न डॉक्टरों का आरोप है कि प्रबंधन वादा करके उनको 54 दिन का कोविड इंसेटिव नही दे रहा है। 100 इंटर्न डॉक्टर का कोविड इंसेटिव अटका हुआ है।
सांसद ने दिया था आश्वासन
भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने हड़ताल को देखते हुए रविवार को इंटर्न डॉक्टरों से मुलाकात की थी। इस दौरान इंटर्न ने अपनी समस्या सुनाई। प्रज्ञा ने आश्वासन देते हुए कहा था कि उनकी मांगों को लेकर जरूरत पड़ने पर वह केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात करेंगी। प्रज्ञा से आश्वासन मिलने के बाद इंटर्न ने भूख हड़ताल एक दिन के लिए टाल दी थी।