भोपाल की मांडवा बस्ती में 9 साल की बच्ची से रेप कर दरिंदगी से नाले में फेंकने वाले आरोपी को पुलिस ने 3 दिन में फांसी दिलवाई थी। कमला नगर की पुलिस भी इस मामले में जुटी रही और इस केस का जिम्मा TI आलोक नाथ ने लिया। 48 घंटे तक लगातार काम करते हुए 38 गवाहों की तलाश की और कोर्ट में तीसरे दिन 80 पेज का चालान पेश किया। कोर्ट ने आरोपी को हत्या और रेप के मामले में अलग-अलग फांसी की सजा सुनाई। टीआई को बेहतरीन इंवेस्टीगेशन के लिए केंद्रीय गृह मंत्री मेडल ( union home minister's medal for excellence in investigation) से नवाजा।
हुआ था कड़ा विरोध प्रदर्शन
मामला 8 जून 2019 का है, भोपाल (Bhopal) के ही कमला नगर थाना इलाके की मांडवा बस्ती में 9 साल की बच्ची का दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी। बच्ची का शव पुलिस को उसके घर के पास ही नाले में बहुत ही विभत्स हालात में मिला था। पुलिस ने मामले में बच्ची के पड़ोस में रहने वाले विष्णु भामौरे को खंडवा के मोरटक्का इलाके से गिरफ्तार किया था। आरोपी वारदात के बाद फरार हो गया था। घटना के बाद शहर में पुलिस के खिलाफ काफी कड़े विरोध प्रदर्शन भी हुए। लोगों में काफी आक्रोश भी था।
प्रदेश में 11 पुलिसकर्मियों को मिला सम्मान
आलोक श्रीवास्तव को केन्द्रीय गृह मंत्री मेडल पुरस्कार मिला, भोपाल जोन से सिर्फ इन्हें ही ये पुरस्कार मिला है। जबकि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के अन्य जिलों के 11 पुलिस कर्मचारी शामिल हैं। इसके अलावा देशभर के 151 पुलिस कर्मचारी इस पुरस्कार (award) से सम्मानित हुए हैं।