BHOPAL. राजधानी में दर्जनभर ऐसे स्पॉट खोजे गए, जहां एक्सीडेंट होते हैं या फिर रोजाना जाम की स्थिति बनती है। जिससे लोगों को हर दिन परेशान होना पड़ता है। इसकी पड़ताल गुरुवार (11 मई) को भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने संबंधित विभागों के अफसरों के साथ की। कलेक्टर आज तेज गर्मी में पांच घंटे राजधानी की सड़कों पर घूमे। दौरे की शुरुआत सुबह 10 बजे से न्यू मार्केट के रंगमहल के पास से हुई और दोपहर तीन बजे करोंद चौराहे पर जाकर खत्म हुई। गुरुवार को जिन क्षेत्रों का दौरा किया गया है, उनका रिव्यू हर हफ्ते होगा और हर 15 दिन में कलेक्टर फिर निरीक्षण करेंगे। इसी के साथ चिन्हित किए गए सभी 12 ब्लैक स्पॉट में तीन महीने में सुधार किया जाएगा।
अव्यवस्थाओं पर 12 मई से कार्रवाई के निर्देश
कलेक्टर आशीष सिंह ने सुबह 10 बजे से दौरे की शुरुआत न्यू मार्केट के रंगमहल के पास से की और दोपहर 3 बजे करोंद चौराहे पर जाकर खत्म हुई। इस दौरान बंसल हॉस्पिटल के सामने की सड़क समेत कई स्थानों की सड़क चौड़ीकरण का प्लान बनाया गया। वहीं भीड़ वाले स्थानों पर पार्किंग के निर्देश दिए। इस निरीक्षण में कलेक्टर सिंह के साथ पुलिस, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, बिजली कंपनी और परिवहन विभाग के अधिकारी रहे। जो लिंक रोड-1 स्थित तरण पुष्कर, व्यापमं चौराहा से नूतन कॉलेज, रविशंकर रोटरी, राजीव गांधी चौराहा, 1100 क्वार्टर हनुमान मंदिर, 10 नंबर मार्केट, बागसेवनिया थाना चौराहा, आशिमा मॉल, बावड़ियाकलां आरओबी ब्रिज, गोविंदपुरा टर्निंग, अन्ना नगर चौराहा, भारत टाकीज रोड, नादरा बस स्टैंड से अग्रवाल धर्मशाला, रॉयल मार्केट, मोतिया तालाब रोड और करोंद चौराहा तक गए। निरीक्षण के दौरान ट्रैफिक से जुड़ी जरूरतें पता लगाई गई। कलेक्टर सिंह ने इन पर शुक्रवार (12 मई) से ही कार्रवाई किए जाने के निर्देश अफसरों को दिए।
दौरे के दौरान कलेक्टर ने ये दिए निर्देश
- निरीक्षण के दौरान कुल 12 ब्लैक स्पॉट सामने आए। इन्हें अगले 3 महीने में खत्म या उनमें सुधार किया जाएगा। इसी एक महीने में शुरुआत हो जाएगी। इन ब्लैक स्पॉट पर एक्सीडेंट होते हैं या फिर जाम की स्थिति बनती है।
3 मई को टल गया था दौरा
26 अप्रैल को कलेक्टर सिंह ने सड़क सुरक्षा समिति की मीटिंग ली थी। जिसमें ट्रैफिक से जुड़े बिंदुओं पर चर्चा की गई। मीटिंग में ही कलेक्टर ने निर्णय लिया था कि वे अगले बुधवार, 3 मई को पीडब्ल्यूडी, आरटीओ, नगर निगम, पुलिस और बिजली कंपनी के अफसरों के साथ सड़कों पर उतरेंगे। घंटों फिल्ड में रहकर ट्रैफिक से जुड़ी जरूरतें पता लगाई जाएंगी। हालांकि, इस दौरान डॉक्टरों की हड़ताल हो गई। इसलिए दौरा टाल दिया था। यही दौरा गुरुवार (11 मई) हुआ।