कमलेश सारडा, NEEMUCH. 8 जनवरी को भोपाल में आर्थिक आधार पर आरक्षण देने और एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर करणी सेना रैली निकलेगी। लेकिन इस पहले ही नीमच जिले में आरोपों का दौर शुरू हो गया है। मामले में करणी सेना जिलाध्यक्ष गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि करणी सेना की रैली में नीमच से कोई बस न जाए, इसके लिए प्रदेश सरकार के कहने पर आरटीओ रितु अग्रवाल ने 5 जनवरी गुरुवार को निजी बस संचालकों की बैठक ली। उन्होंने निर्देश जारी किए हैं कि करणी सेना के कार्यक्रम में भोपाल जाने वाली बसों को परमिट नहीं दिया जाएगा। इससे नाराज करणी सेना ने आरटीओ के खिलाफ प्रदर्शन किया और रोड पर जाम लगाया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने आरटीओ और सरकार पर आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की।
प्रदेश सराकर पर तानाशाही का आरोप
करणी सेना अध्यक्ष गिरिराज सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार तानाशाही पर उतर आई है। करणी सेना के कार्यक्रम में भोपाल जाने वाली बसों के परमिट नहीं दिए जा रहे हैं। इसके अलावा बस मालिकों को डराया धमकाया जा रहा है कि कोई भी बस मालिक भोपाल रैली में बस लेकर नहीं जाएगा।
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करणी सेना जिलाध्यक्ष ने ये कहा
करणीसेना जिलाध्यक्ष गिरिराज सिंह ने कहा कि नीमच आरटीओ ने प्रदेश सरकार के दबाव के आगे 5 जनवरी गुरुवार शाम को बस मालिकों की जरूरी मीटिंग लेकर कहा कि कोई भी करणी सेना की रैली में बस लेकर नहीं जाएगा। अगर कोई गया, तो उसके खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
बस मालिक कर रहे बुकिंग कैंसिल
गिरिराजसिंह ने बताया कि इस संबंध में उनकी बस मालिकों से बात हुई है,वे पहले से करणी सेना की बुक कराई गई बसों की बुकिंग कैंसिल कर रहे हैं,जबकि बुकिंग 15-20 दिन पहले करा दी गई थी।
बस मालिकों ने स्वीकार की ये बात
करणी सेना जिलाध्यक्ष के आरोपों के संबंध में जब कुछ बस ऑपरेटरों से चर्चा की गई, तो उन्होंने नाम नहीं छापने की शर्त पर इस बात को स्वीकार किया कि उन्हें परिवहन विभाग से निर्देश मिले हैं कि 8 जनवरी को करणी सेना के कार्यक्रम में बस को भोपाल लेकर नहीं जाना है इस मामले में जब आरटीओ रितु अग्रवाल से फोन पर चर्चा की कोशिश की गई, तो उनकी तरफ से कोई रिप्लाई नहीं मिला।