BHOPAL. मध्य प्रदेश में बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री का विरोध हो रहा है। भोपाल के कई इलाकों में हैहय समाज वालों ने धीरेंद्र शास्त्री के पोस्टर लगाए हैं और उनसे माफी मांगने को कहा है। हैहयवंशी, धीरेंद्र शास्त्री के सहस्त्रबाहु अर्जुन पर दिए बयान पर नाराज हैं।
श्री सहस्त्रबाहु कलचुरि महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि धीरेंद्र शास्त्री ने भगवान सहस्त्रबाहु के बारे में आपतिजनक टिप्पणी की है और वह पुराणों और शास्त्रों का हवाला दे रहे है। धीरेंद्र शास्त्री ने सोशल मीडिया पर खेद तो जताया है, लेकिन माफी नहीं मांगी। कुछ समय पहले धीरेंद्र शास्त्री ने बागेश्वर धाम के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से वीडियो ट्वीट करते हुए अपने बयान पर खेद जताया था।
एफआईआर पर अड़े हैहयवंशी
भोपाल में हैहयवंशियों के धरना-प्रदर्शन के संयोजक डॉ.एल.एन. मालवीय ने कहा की बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री 20 मई शाम तक माफी मांग लेते हैं तो ठीक है, नहीं तो हम शास्त्री के खिलाफ एफआईआर की मांग करेंगे। शास्त्री अपनी टिप्पणी को लेकर पुराणों का हवाला देते है तो हम पुराणों के साक्ष्य की मांग करते है। हमारा भगवान अगर दुराचारी है तो हम अपनी गर्दन कटवा देंगे लेकिन टिप्पणी पर बाबा को जेल भिजवा कर ही मानेंगे। इसके लिए सड़को पर भी प्रदर्शन करेंगे।
तब बागेश्वर ने कहा था- किसी की भावनाएं आहत हुईं तो खेद है
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- 'विगत कुछ दिनों से एक विषय संज्ञान में आया है। एक चर्चा में मेरे द्वारा भगवान परशुराम जी और महाराज सहस्त्रबाहु अर्जुन जी के मध्य हुए युद्ध के विषय में जो भी कहा गया है, वह हमारे पवित्र हिंदू शास्त्रों में वर्णित आधार पर कहा गया। हमारा उद्देश्य किसी भी समाज अथवा वर्ग की भावनाओं को आहत करने का नहीं था, ना ही कभी होगा, क्योंकि हम तो सदैव सनातन की एकता के पक्षधर रहे हैं। फिर भी यदि हमारे किसी शब्द से किसी की भावना आहत हुई हो तो इसका हमें खेद है। हम सब हिंदू एक हैं, एक रहेंगे. हमारी एकता ही हमारी शक्ति है।'
बैतूल में कलार समाज ने जताया था विरोध
इससे पहले मध्य प्रदेश के बैतूल में भी कलार समाज ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। कलार समाज ने एक साथ 17 पुतले भी दहन किए थे। कलार समाज धीरेंद्र शास्त्री की उनके आराध्य देव राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु के खिलाफ टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी को लेकर कलार समाज नाराज था। कलार समाज ने एसपी को दिए ज्ञापन में चेतावनी दी थी कि अगर एफआईआर नहीं हुई तो समाज उग्र आंदोलन करेगा।