भोपाल. यहां के रातीबड़ इलाके में एक युवक ने एक्सीडेंट में दोनों पैर गंवा दिए थे। उसके बाद युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण वजह पता नहीं चल पाई है। परिजन के मुताबिक, दोनों पैर कटने के बाद से वह डिप्रेशन में रहने लगा था। टीन शेड की छत पर फांसी का फंदा लगाने के लिए उसने मोहल्ले की एक बच्ची से लकड़ी मंगाई। लकड़ी की मदद से उसने फंदा बनाया। इसके बाद स्टील की खाली टंकी के सहारे वह फंदे पर लटक गया।
क्या है पूरा मामला
रातीबड़ थाने के हेड कॉन्स्टेबल राकेश गुर्जर ने बताया कि आमला का रहने वाला ज्ञान सिंह (22) सालभर पहले सड़क हादसे का शिकर हो गया था जिसकी वजह से डॉक्टर को उसके दोनों पैर काटने पड़े थे। इसकी वजह से वह चल-फिर नहीं पाता था। मंगलवार यानी 28 सितंबर को सुबह उसके माता-पिता मवेशियों के लिए घास लेने चले गए। दोनों भाई अपने-अपने काम पर चले गए। थोड़ी देर बाद जब पिता लौटे तो वह फंदे पर लटका मिला। परिजनों ने उसे फंदे से नीचे उतारा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
मोहल्ले की लड़की से मंगाई लकड़ी
पैर नहीं होने की वजह से ज्ञान सिंह टीन शेड की छत पर फंदा नहीं डाल पाता। इसके लिए उसने मोहल्ले की एक लड़की से लकड़ी मंगाई। लकड़ी के जरिए उसने छत के पिलर पर रस्सी का फंदा बनाया। इसके बाद स्टील की एक टंकी के सहारे वह फंदे से लटक गया। फंदे पर लटकते ही टंकी को धक्का देकर दूर गिरा दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।