BHOPAL. कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन 24 से 26 फरवरी तक रायपुर में होने जा रहा है। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 7 कमेटियां बनाई हैं जिसमें 112 नेता शामिल हैं। वहीं कमेटियों में मध्यप्रदेश के बड़े नेताओं को शामिल नहीं किया गया है। इन दिग्गजों की जगह कुछ ऐसे नेताओं को शामिल किया गया है जो उस विषय के महारथी नहीं माने जाते। अरुण यादव को भी कमेटी में शामिल किया गया है।
मध्यप्रदेश के दिग्गजों को किया नजरअंदाज
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक ड्राफ्टिंग कमेटी और 6 सब-कमेटियां बनाई हैं। देशभर के 112 नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। कमेटियों में पीसीसी चीफ कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी जैसे बड़े नाम गायब हैं। वहीं राजमणि पटेल का नाम शामिल है जो चौंकाने वाला है। मध्यप्रदेश में सीएम के चेहरे को लेकर बयान देने वाले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को भी कमेटी में शामिल किया गया है। इस बयान के बाद अरुण साव ने मीडिया में काफी सुर्खियां बटोरी थीं।
विवेक तन्खा ड्राफ्टिंग कमेटी में शामिल
मध्यप्रदेश से दूसरी बार राज्यसभा सांसद बने विवेक तन्खा को ड्राफ्टिंग कमेटी में जगह मिली है। विवेक तन्खा देश के वरिष्ठ अधिवक्ताओं में शुमार हैं। वे एआईसीसी के विधि विभाग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। राजनीतिक मामलों, आर्थिक मामलों, सामाजिक न्याय की सब कमेटी में खड़गे ने मध्यप्रदेश के किसी भी नेता को जगह नहीं दी है।
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अंतर्राष्ट्रीय मामलों की सब कमेटी में राजमणि के नाम ने चौंकाया
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अंतर्राष्ट्रीय मामलों की सब कमेटी में मध्यप्रदेश के सेम पित्रोदा और राजमणि पटेल को शामिल किया गया है। राजमणि पटेल का नाम चौंकाने वाला है। राजमणि पटेल ओबीसी वर्ग के नेता हैं। वहीं किसान और कृषि मामलों की सब कमेटी में मध्यप्रदेश से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को जगह मिली है। पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को युवा, शिक्षा और रोजगार मामलों की सब कमेटी में जगह मिली है। मीनाक्षी नटराजन कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की विश्वास पात्र मानी जाती हैं।