देव श्रीमाली, GWALIOR. बीजेपी ने अबकी बार 200 पार के नारे के साथ चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। इसके लिए प्रदेशभर में बैठकों का दौर चल रहा है। प्रदेश नेतृत्व पार्टी से दूरी बनाने वाले- नाराज बीजेपी के मूल कार्यकर्ताओं से संवाद करने की कोशिश भी कर रहा है, लेकिन फिलहाल बीजेपी की हालत 'ज्यों ज्यों दवा की, मर्ज बढ़ता ही गया' कहावत को चरितार्थ करने वाली है। अब तक वार्ड, विधानसभा से लेकर जिले तक की एक भी बैठक ऐसी नहीं हुई है, जिसमें समझाने आए नेताओ को खरी खोटी न सुनाई हो। इसी कड़ी में ग्वालियर के प्रभारी बनाए गए मंदसौर के सांसद सुधीर गुप्ता जब ग्वालियर पहुंचे तो उन्हें सीनियर बीजेपी नेताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ा।
मंदसौर सांसद के सामने नाराज हुए कार्यकर्ता
मध्यप्रदेश में आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में बीजेपी को मिशन 2023 में फतह पाने से पहले रूठे हुए सीनियर मूल बीजेपी कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करना जरूरी है। इसलिए प्रदेश नेतृत्व ने पार्टी से दूरी बनाने वाले और नाराज सीनियर कार्यकर्ताओं से संवाद की शुरुआत कर दी है। हाल ही में ग्वालियर प्रभारी बनाए गए मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता ग्वालियर पहुंचे थे, जहां बैठक में पार्टी नेताओं ने उनके सामने जमकर अपना गुबार निकाला।
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एक ने कहा- व्यक्ति विशेष के लिए काम हो रहा है
बताते है कि सुधीर गुप्ता को आभाष था कि बैठक में नेताओं का गुस्सा फूटेगा। इसलिए उन्होंने बैठक में मीडिया को इजाजत ही नहीं दी थी और खुद ने भी मीडिया से दूरी बनाकर रखी थी। बैठक शुरू होते ही नेता टूट पड़े। एक पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि हमें तो नहीं लग रहा हमारी पार्टी की सरकार है। पार्टी में अब हमारी विचारधारा और उसको मानने वालों का नहीं, व्यक्ति विशेष के लिए काम करने वालों का सम्मान हो रहा है। ऐसे में पुराने कार्यकर्ताओं ने पार्टी से दूरी बना ली है।
मेला प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष भी बरसे
सूत्रों की मानें तो बैठक में पहुंचे ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष और खेलमंत्री यशोधरा राजे के नजदीकी अनुराग बंसल ने कहा कि जिन कार्यकर्ताओं ने अपनी पार्टी के लिए पूरा जीवन लगाया। संगठन को तैयार किया अब उसे कोई नहीं पूछ रहा। अब पार्टी में खेमेबाजी हो रही है ।
अहसास तो हो कि हमारी सरकार है
बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता वेद प्रकाश शर्मा को पार्टी में संगठन को लेकर टिप्पणियां न करने के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बैठक में वे भी चुप नहीं रह सके। वे बोले कार्यकर्ताओं को लग ही नहीं रहा कि अंचल में उनकी सरकार है। कुछ ऐसे प्रयास तो किए जाए, ताकि कम से कम उन्हें ये अहसास तो हो सके कि प्रदेश में उनकी सरकार है ।
अधिकारी पार्टी के नेताओं की सुनते ही नहीं
पार्टी के वरिष्ठ नेता और अनेक जिम्मेदार सांगठनिक पदों पर रह चुके मधुसूदन भदौरिया बोले कार्यकर्ता निराश है क्योंकि उनके वार्ड और जिले के नेता हताश है । अधिकारी पार्टी नेताओं के फोन नहीं उठाते हैं। पहली बार हो रहा है कि वर्कर के छोटे-छोटे कामो के लिए भी अधिकारी-नेताओं से चक्कर लगवा रहे हैं और तब भी काम नहीं कर रहे हैं।
गुस्से को देखकर सांसद बोले - बात ऊपर तक पहुंचाऊगा
पार्टी में एकता लाकर चुनाव में जुटने का संदेश देने आए गुप्ता माजरा देखकर दंग रह गए। वहां हर चेहरे पर नाराजी थी और हर जुबान पर आक्रोश। इसको भांपकर उन्होंने ज्ञान की ज्यादा बातें करने की जगह सभी से कहा कि आपने जो भी भाव प्रकट किए हैं। मैं उन्हें ऊपर तक पहुंचाऊगा, लेकिन छोटी-छोटी समस्याओं का निराकरण स्थानीय स्तर पर ही किया जाना चाहिए।
पहले भी हुई बैठकों में फूटा गुस्सा
इससे पहले भी जो बैठकें चुनावों को लेकर हुईं थी, उनमें भी बीजेपी के कार्यकर्ताओं का जमकर गुस्सा फूट चुका है। सबसे पहले ग्वालियर दक्षिण में एक वार्ड में आयोजित एक बैठक में मंडल अध्यक्ष ने कहा कि जब पार्षद का टिकट देते समय अपने वर्षों से लगे लोगों को भूलकर दूसरे दल से आए लोगों को दे दिया तो अब कार्यकर्ता काम करने को तैयार ही नहीं है। तमाम हंगामे के बाद बैठक स्थगित करनी पड़ी। इसी तरह पार्टी ने शिवपुरी से पूर्व विधायक नरेंद्र विरथरे को ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में रूठों को मनाने भेजा। उन्होंने बैठक बुलाई तो पार्टी के नेताओं ने जमकर खरी-खोटी सुनाई कि बदले हुए हालात में हमें लग ही नहीं रहा कि यह वही हमारी बीजेपी है, जिसके लिए हम लोगों ने अपना जीवन खपाया। आक्रोश इतना बढ़ा कि खुद विरथरे भी उनकी लौ में बह गए और अपना दुखड़ा रोने लगे कि शिवपूरी में भी हम सब यही झेल रहे हैं।
कांग्रेस बोली बीजेपी की खड़ी फसल काट ले गए सिंधिया
कांग्रेस इस मसले पर चुटकी ले रही है। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि चंबल संभाग में बीजेपी के मूल कार्यकर्ता की खड़ी फसल ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी में शामिल होकर काट दी है। ऐसे में पार्टी के लाचार कार्यकर्ता अपने अस्तित्व की लड़ाई बीजेपी में ही लड़ रहे हैं।
बीजेपी बोली - ऑल इज वेल
बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस के पास जो जानकारी है वह भ्रामक है। बीजेपी प्रवक्ता डॉ. आशीष अग्रवाल दावा करते है कि मीडिया में आ रही बातें सही नहीं है। बीजेपी नेताओं में न नाराजी है और न कार्यकर्ताओं में कोई गुबार है न कोई तकलीफ। बैठक में अबकी बार कैसे 200 पार हो। इसको साकार करने पर सार्थक चिंतन मंथन बैठक में हुआ था।