संजय गुप्ता, INDORE. विधानसभा चुनाव की बेला में पार्टी में मान-सम्मान, पद और टिकट का हक पाने के साथ राजनीतिक अस्तित्व को बचाने की कवायद तेज हो गई है। पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी की बगावती तेवर के बाद, वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन ने भी पार्टी को जमकर खरी-खरी सुना दी है और अब द सूत्र से चर्चा करते हुए पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत ने भी पार्टी पर विरोधी तीर चला दिए हैं। साथ ही साफ कर दिया है कि मैं तो चुनाव लडूंगा, अब पार्टी को तय करना है कि वह मुझे कौन सी सीट देना है, नहीं हुआ तो फिर अपना अगला कदम तय करूंगा। शेखावत इंदौर की विधानसभा पांच से विधायक रह चुके हैं।
पूर्व बीजेपी विधायक भंवर सिंह शेखावत से सीधी बात
- सवाल- कहा जा रहा है कि आप भी कांग्रेस में जा रहे हैं?
ये भी पढ़ें...
- सवाल- किस सीट से लड़ना चाहते हैं?
- सवाल- यह कदम क्यों उठाना पड़ रहा है?
- सवाल- कांग्रेस से आए लोगों के कारण क्या संकट आ गया है?
- सवाल- ऐसा क्यों हो रहा है?
- सवाल- पार्टी में ऐसा क्यों हो रहा है, किसकी चल रही है?
- सवाल- कौन इसे कंपनी की तरह चला रहा है?
- सवाल- कैलाश विजयवर्गीय से अब कैसे संबंध हैं?
सत्यनारायण सत्तन ने भी सुनाई खरी-खरी
इसी तरह सत्तन ने भी मीडिया से कहा कि पार्टी का रूख पुरातन नेताओं की अवहेलना वाला हो गया है। अभी दो जा रहे हैं, सौ भी जाएंगे पार्टी छोड़कर। जिन्होंने पार्टी को लेकर जीवन दिया, उन्हें कुछ नहीं मिला, बल्कि जिन्होंने कांग्रेसियों ने 70 साल हमें गालियां दी उन्हें पास में बैठाकर राजतिलक किया जा रहा है। पुराने नेताओं के मनाने का बात पर वह कहते हैं कि पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता इसलिए उन्हें कोई नहीं मनाएगा। संगठन के सारे फैसले कुछ लोग लेंगे तो यही होगा। अनुभव को नकार कर केवल उम्र की बात की जा रही है तो अब उस उम्र की दहलीज पर तो पीएम भी खड़े हैं।
एबीवीपी से आए नेताओं पर साधा निशाना
सत्तन ने एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां से आए लोगों को अपने-अपने लोगों को रेवड़ी बांटने का खेल हो रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, नगराध्यक्ष गौरव रणदिवे यह सभी एबीवीपी में रहे हैं। सत्तन ने कहा कि इन सभी ने जेल नहीं देखी, जनसंघ नहीं जानते हैं, यातनाएं नहीं सहीं जो सब कुछ हम लोगों ने सहा है।