Jabalpur. मध्यप्रदेश में पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री और जबलपुर की पाटन विधानसभा सीट से विधायक अजय विश्नोई ने एक बार फिर अपनी ही सरकार के काम पर सवालिया निशान लगाए हैं। विश्नोई ने कहा कि सरकार मेडिकल यूनिवर्सिटी के साथ खिलवाड़ कर रही है। नर्सिंग एजुकेशन के 50 हजार छात्रों के साथ सरकार अन्याय कर रही है। कर्मचारियों की नियुक्ति लंबित है जिससे मेडिकल छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
विश्नोई ने आरोप लगाया कि मेडिकल एजुकेशन के साथ प्रदेश में खिलवाड़ हो रहा है, प्रदेश सरकार ने जो मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाई है उसमें अब तक कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं हो पाई है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के बाद से अब तक केवल भ्रष्टाचार की वजह से सुर्खियों में रहा है। विश्नोई ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में निचले स्तर पर भी ऑनलाइन रिश्वत ली जा रही है। पूर्व कुलपतियों पर पद के दुरूपयोग के आरोप हैं। वहीं मेडिकल की परीक्षा कराने वाली एजेंसियों पर पुलिस मुकदमे चल रहे हैं, इतनी गंभीर शिकायतों के बाद भी सरकार मेडिकल यूनिवर्सिटी को पटरी पर नहीं ला पाई है।
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सीएम को दी थी जानकारी- विश्नोई
पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री अजय विश्नोई ने आरोप लगाया है कि मेडिकल एजुकेशन की लापरवाही का ही नतीजा है कि नर्सिंग के हजारों छात्रों की बीते 3 साल से परीक्षाएं नहीं हो पाई हैं। उन्होंने कहा कि नर्सिंग कॉलेजों की गड़बड़ी के बारे में व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को जानकारी दी थी। जब मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तब विधानसभा में मुद्दे को उठाया था। लेकिन अब तक उन्हें इसके कोई परिणाम नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि नर्सिंग कॉलेजों की परीक्षाएं 3 साल से नहीं हो पाई हैं, 50 हजार छात्र-छात्राएं सरकार की ओर आस लगाए बैठे हैं। लेकिन सरकार कोई फैसला नहीं कर रही, यह गंभीर मामला है।
पहले भी लगा चुके हैं आरोप
इससे पहले भी अजय विश्नोई अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर चुके हैं। विभिन्न मुद्दों पर उन्होंने सरकार की खिंचाई भी की है। इस बार भी उनके द्वारा उठाया गया मुद्दा काफी गंभीर है। दरअसल कोरोना महामारी के बाद भी मध्यप्रदेश सरकार का चिकित्सा शिक्षा विभाग मेडिकल यूनिवर्सिटी को सुधार नहीं पाया है। 3 साल से प्रदेश में कोई भी नई नर्स नहीं बन पाई है। विश्नोई ने सवाल उठाया है कि अचानक से नर्सिंग स्टाफ की जरूरत पड़ी तो यह स्टाफ कहां से आएगा। बीजेपी में यह आमराय है कि मंत्रीमंडल में जगह न दिए जाने से विश्नोई लंबे समय से नाराज चल रहे हैं। लेकिन उन्होंने जो मुद्दा उठाया है वह काफी गंभीर है। सरकार की लापरवाही के चलते हजारों छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है।