Bhopal. यह साल मध्यप्रदेश में चुनावी साल है जिसके चलते बीजेपी ने सत्ता और संगठन की ओवरहॉलिंग शुरू कर दी है। भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद भी बीजेपी दफ्तर में बैठकों का सिलसिला जारी है। सुबह से अभी तक बीजेपी मुख्यालय में 3 बैठकें हो चुकी हैं। इस दौरान बीजेपी के संगठन मंत्री शिवप्रकाश ने अलग से सिंधिया गुट के मंत्रियों की आधे घंटे तक बैठक ली। इस बैठक से निकलने के बाद मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव चुप्पी साधे रहे। वहीं बिजली मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर जैसे ही कमरे से बाहर निकले तो उनसे बैठक के बारे में पूछा गया तो वे भी चुप्पी साधे रहे। हालांकि बिजलीकर्मियों की हड़ताल के बारे में पूछे जाने पर वे बोले कि बिजली आई-बिजली गई। इसके बाद वे भी सवालों से बचते हुए रवाना हो गए।
भाजपा में सभी कार्यकर्ता, कोई गुट नहीं
जब इस मसले पर मंत्री भूपेंद्र सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी की सभी बैठकें महत्वपूर्ण होती हैं। शिवप्रकाश हमारे वरिष्ठ नेता हैं। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री हैं। समय-समय पर नेताओं का मार्गदर्शन करते हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है। सिंधिया समर्थक मंत्रियों की बैठक के सवाल पर वे बोले कि बीजेपी में कोई किसी का समर्थक नहीं होता। सभी कार्यकर्ता होते हैं। जो भी कमजोर सीटें हैं उन्हें जीतने की रणनीति बन रही है।
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कमलनाथ का होगा फेयरवेल
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा बीजेपी की विकास यात्रा को फेयरवेल यात्रा कहे जाने के सवाल पर भूपेंद्र सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कमलनाथ की फेयरवेल यात्रा हो चुकी है। हम विकास यात्रा शुरू कर रहे हैं। कमलनाथ का बचा हुआ फेयरवेल इस बार दे दिया जाएगा। उधर रामभद्राचार्य द्वारा भोपाल का नाम बदलने का बयान दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि महाराज जी ने विषय रखा है तो सरकार उस पर विचार करेगी। पठान फिल्म के विरोध के विषय में भूपेंद्र सिंह बोले कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म देख ली है। अब उसका प्रदर्शन होने देना चाहिए। कुछ आपत्तिजनक हो तब ही विरोध करना चाहिए।