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मध्य प्रदेश में उपचुनाव से पहले राजनीतिक नियुक्तियां की जा सकती हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत और प्रदेश सह संगठन मंत्री हितानंद शर्मा ने प्रस्तावित नामों पर अंतिम सहमति बनाने के लिए रविवार को शहर से दूर एकांत में कोलार गेस्ट हाउस में करीब 10 घंटे मैराथन बैठक की। सूत्रों के मुताबिक इस अहम बैठक के बाद निगम मंडल, बोर्ड, प्राधिकरणों के साथ पार्टी के प्रवक्ताओं और पैनलिस्ट के नाम भी जल्द घोषित किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने शनिवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। वे इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिल चुके हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने 23 जुलाई को भाजपा दफ्तर पहुंचकर पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश से मुलाकात की थी। करीब आधे घंटे चली बैठक में निगम-मंडलों में नियुक्तियों के साथ 3 विधानसभा और 1 लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चर्चा की थी। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी शिवप्रकाश से मिले थे। इससे पहले मुख्यमंत्री 21 जुलाई को देर शाम सीएम हाउस में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन मंत्री सुहास भगत के साथ बैठक कर चुके हैं।
सिंधिया के 4 समर्थकों को जगह देने सीएम सहमत
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक 4 नेताओं को निगम-मंडल में जगह दिए जाने पर मुख्यमंत्री ने सहमति दे दी है। माना जा रहा है- इमरती देवी, ऐंदल सिंह कंषाना, मुन्नालाल गोयल व गिर्राज दंडोतिया का पुनर्वास हो जाएगा। उन्हें निगम-मंडल में अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इनके अलावा सिंधिया के समर्थक रणवीर जाटव, पंकज चतुर्वेदी, रक्षा संतराम सिरोनिया और जसपाल सिंह जज्जी को राजनीतिक पद मिल सकता है।
संगठन मंत्रियों को किया जा सकता है एडजस्ट
सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) से चर्चा के बाद केन्द्रीय हाईकमान ने जिला और संभागीय संगठन मंत्री के पद को खत्म करने को कहा है। ऐसे में कई संगठन मंत्रियों को भाजपा में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। वहीं कुछ की आरएसएस में मूल पद पर वापसी होने के संकेत मिले हैं।