KHANDWA. ओंकारेश्वर में आंधी और बारिश के कारण सोमवार (15मई) को नर्मदा में एक नाव पलट गई। जिससे नौका विहार कर रहे एक परिवार के 6 लोग पानी में गिर गए। रेस्क्यू कर 4 लोगों को बचा लिया गया जबकि 2 साल के मासूम की डूबने से मौत हो गई। परिवार का मुखिया हादसे के बाद लापता है। इसके अलावा आंधी और बारिश के चलते नर्मदा तट के किनारे बंधीं करीब एक दर्जन नावें भी डूब गईं।
महाकाल दर्शन के बाद ओंकारेश्वर पहुंचा था परिवार
गुजरात पुलिस विभाग के अफसर परिवार के साथ तीन दिन पहले घूमने के लिए मध्यप्रदेश आए थे। वे पहले इंदौर पहुंचे, जहां से उज्जैन में महाकाल दर्शन करने गए। फिर ओंकारेश्वर आए थे। यहां सोमवार (15मई) दोपहर करीब साढ़े चार बजे नर्मदा नदी में नौका विहार के दौरान कोटितीर्थ घाट पर ये हादसा हुआ। उनका दो साल का बेटा निकुंज डूब गया। इसके बाद परिवार के लोग ओंकारेश्वर शासकीय अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं परिवार के मुखिया की तलाश की जा रही है।
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कलेक्टर ने कहा- रेस्क्यू जारी है
गुजरात के पुलिस अफसर के परिवार के साथ हुए हादसे की खंडवा कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने पुष्टि की है। कलेक्टर ने बताया कि हादसे के बाद से लगातार रेस्क्यू जारी है। चार लोगों को बचा लिया गया है। एक मासूम की मौत हो गई है, जबकि एक लापता व्यक्ति को खोजने का अभियान जारी है।
ओंकारेश्वर में एक बार फिर लापरवाही सामने आई
ओंकारेश्वर में सोमवार को नर्मदा नदी में नौका विहार के दौरान हुए हादसे में एक बार फिर प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बताते हैं ओंकारेश्वर में नौका विहार के दौरान सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा गया। बताते हैं नाविक ने पर्यटकों को नौका विहार कराते समय लोगों को लाइफ जैकेट आदि कुछ नहीं पहनाई हुई थी। इसके अलावा मौसम का भी ख्याल नहीं रखा गया। बारिश के दौरान भी नौका विहार ना कराने की सलाह दी जाती है। जिसका भी पालन नहीं हुआ। इसके अलावा बच्चों को लेकर नौका विहार करने पर भी संभवत: बैन है। बावजूद इसके गुजरात के पूरे परिवार के साथ दो साल के मासूम को लेकर नौका विहार कराया गया। बताते हैं ओंकारेश्वर में अवैध रूप से भी नौका विहार कराया जा रहा है। जबकि प्रशासन की ओर से अवैध नावों के संचालन पर बैन लगा है।