Damoh. दमोह जिले के ग्रामीण अंचल आज भी जलसंकट से जूझ रहे हैं और पानी हासिल करने के लिए लोग किसी भी संकट से भिड़ने भी तैयार हैं। दमोह के हटा ब्लाक के मडियादो में इसी प्रकार की घटना हुई, जब पुलिस लाईन परिसर में निर्माणाधीन बाऊड्रीवाल की दीवार के अंदर बोरवेल कैद हो गया। फिर क्या था पानी के लिए जद्दोजहद करने वाली दर्जनों महिलाओं ने सब्बल और अन्य औजारों से दीवार को गिरा दिया और रास्ता बना लिया।
जमीन सरकारी पर बोरवेल पंचायत का
महिलाओ की नाराजगी का कारण यह था की पुलिस लाईन परिसर में बनने वाली बाउंड्री के अंदर जाने के लिए दरवाजा नहीं रखा गया था। बता दें कि पुलिस लाइन परिसर में पंचायत द्वारा कराया सार्वजनिक बोर कराया गया है, जिसके पानी का उपयोग 200 से अधिक परिवार सहित पुलिस लाइन में रहने वाले कर्मचारी भी करते हैं। निर्माण एजेंसी के द्वारा बाउड्री निर्माण के दौरान रास्ता नहीं छोड़ा गया जिससे यहां पर पानी भरने के लिए लोगों का आना ही बंद हो गया था। जिसका विरोध करने दर्जनों महिलाएं बुधवार सुबह इकट्ठी हुई और दीवार तोड़कर रास्ता बना दिया।
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दरअसल जिस जगह बोरवेल हुआ था वह भूमि पुलिस लाईन की है, लेकिन उसमें बोर खनन ग्राम पंचायत के द्वारा कराया गया था और बोर में लगा मोटर पंप स्व नंद कुमार छिरोल्या की स्मृति में उनकी पत्नी द्वारा लगाया था। ग्रामीणों की मांग थी की बोर से 200 से अधिक परिवार के लोग पानी भरते हैं और दैनिक उपयोग में लाते हैं। बाउंड्री निर्माण होने से उन सभी परिवारों को पेयजल संकट का सामना करना होगा।
थाना प्रभारी की समझाइश से मामला हुआ शांत
थाना प्रभारी ब्रजेश पांडे को खबर लगी कि महिलाओं ने थाने के पास सरकारी दीवार गिरा दी है तो वह स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और महिलाओं को समझाइश दी गई कि यह भूमि सरकारी है, जो पुलिस विभाग के लिए आवंटित है जिस पर किसी का कोई अधिकार नहीं है। इस तरह शासकीय निर्माण की दीवार तोड़ना गलत है, यदि कोई समस्या आ रही है तो बताना था। हम समस्या जानते हैं इसलिए लोगों की सहूलियत के लिए रास्ता छुड़वा देगें, किसी तरह से कानून के खिलाफ कोई कदम न उठाए जिससे परेशानी का सामना करना पड़े।