स्मार्ट टॉयलेट बना मुसीबत: सागर में फंसा रहा लड़का, चिल्लाया तो लोगों ने निकाला

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Pooja Kumari
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स्मार्ट टॉयलेट बना मुसीबत: सागर में फंसा रहा लड़का, चिल्लाया तो लोगों ने निकाला

सागर. आज के आधुनिक युग में तकनीक का बड़ा महत्व है, इसके बगैर वर्तमान जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। लेकिन कभी-कभी तकनीक की जानकारी न होना भी बड़ी मुसीबत का सबब बन जाता है। ऐसा ही कुछ सागर के खुरई में हुआ, जहां जानकारी न होने की वजह से एक किशोर स्मार्ट पेड टॉयलेट में आधे घंटे तक फंसा रहा।



2 रुपए डालने पर खुलता है गेट: सागर की खुरई नगरपालिका में नए पेड स्मार्ट टॉयलेट (Sagar smart toilet) बनाए गए हैं। नए स्मार्ट टॉयलेटों में ऑटोमेटिक डोर लॉक सिस्टम (automatic door lock system) लगाया गया है। जिसमें दो रुपए डालने पर ही गेट खुलता है, और व्यक्ति के अंदर जाते ही टॉयलेट का डोर लॉक हो जाता है। जिसे बाहर भी नहीं खोला जा सकता है। इसके अंदर गया व्यक्ति ही टॉयलेट में लगे बटन को दबाकर खोल सकता है। लेकिन जिसे गेट खोलने का तरीका नहीं पता वो इसके अंदर फंस जाता है। 



आधे घंटा फंसा रहा लड़का: ऐसा ही मामला 12 जनवरी को भी सामने आया, जहां नई तकनीक के डोर को खोलने की जानकारी न होने की वजह से एक 12 साल का किशोर स्मार्ट टॉयलेट में आधे घंटे तक अंदर फंसा रहा। जब लड़के ने आवाज लगाई तो वहां मौजूद लोगों ने उसे बचाया। पीड़ित लड़के ने बताया कि 2 रुपए डालकर अंदर गए थे। फिर वो बंद हो गया, खुल नहीं रहा था। मैंने आवाज लगाई, तब लोगों ने बटन दबाने का कहा। इसके बाद गेट खुला।



बोर्ड भी नहीं लगवाए गए: खुरई नगरपालिका (Khurai Municipality) ने ग्रामीण जनता के लिए स्मार्ट टॉयलेट तो शहर में बनवा दिए, लेकिन यह काम कैसे करते है इसकी जानकारी देने के लिए ना तो कोई बोर्ड लगवाया है, न ही यहां किसी कर्मचारी को तैनात किया है। जिसकी वजह से यह हादसा सामने आया है। अब देखना यह है कि इस घटना के बाद नगरपालिका क्या कदम उठाती है। 


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