देव श्रीमाली, GWALIOR. आरएसएस चीफ मोहन भागवत के ब्राह्मणों को लेकर दिए गए बयान पर संघ द्वारा सफाई देने के बाद भी ब्राह्मण समाज का गुस्सा थमता नजर नहीं आ रहा है। ये मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। ग्वालियर में आज (9 फरवरी) को समाज के कुछ लोगों ने थाने में शिकायत आवेदन देकर मोहन भागवत के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है।
ब्राह्मण समाज के एडवोकेट्स पहुंचे थाने
यह शिकायत आवेदन ब्राह्मण समाज के एडवोकेट्स ने दिया है। ब्राह्मण समाज के अभिभाषकों का एक समूह छोटे जुलूस की शक्ल में आज ( 9 फरवरी) को इदरगंज थाने पहुंचा। उन्होंने आवेदन देकर मांग की है कि ब्राह्मण समाज को लेकर अनर्गल टिप्पणियां करने वाले आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत के खिलाफ तत्काल आपराधिक केस दर्ज करें। आवेदन में बताया गया है कि मोहन भागवत ने ब्राह्मण समाज को लेकर की गई टिप्पणी के चलते सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई है। इसके चलते जातियों के बीच वैमनस्यता बढ़ने की संभावना है। ऐसे में उनका यह काम IPC की धारा 153A,153B,295 और 507 के तहत आता है, लिहाजा इन धाराओं में मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
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ब्राह्मण समाज भागवत की टिप्पणी से आहत
आवेदन देने गए समूह का नेतृत्व कर रहे युवा अभिभाषक मयंक पाठक ने कहा कि भागवत ने संत शिरोमणि की जयंती पर दिए गए भाषण में कहा है कि जाति व्यवस्था पंडितो ने बनाई है ना की भगवान ने। उनके स्टेटमेंट को पूरा सुनने से लगता है कि इससे जातिगत अलगाववाद लाकर ,लोगों को बांटकर राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश कर रहे है। जातिगत अलगाववाद लाना आईपीसी के तहत अपराध योग्य ऑफेंस है। इससे जातिगत असहिष्णुता फैल रही है। आवेदकों ने बताया कि अगर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है तो वे न्यायालय में कंप्लेंट दायर करेंगे।
पुलिस बोली मामले की जांच करेंगे
आवेदन लेने के बाद इदरगंज थाने के प्रभारी अनिल भदौरिया ने बताया कि उन्हें एक आवेदन दिया गया है। इसकी जांच की जाएगी और उसमें जो सबूत सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई तय हो सकेगी।