BHIND. मध्यप्रदेश के भिंड में नगर पालिका की नामांतरण शाखा में पदस्थ बाबू को रिश्वत लेते लोकायुक्त टीम ने 28 अप्रैल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। हड़कंप उस समय मच गया, जब नगर पालिका के कुछ लोगों ने मिलकर कार्रवाई करने पहुंची लोकायुक्त टीम पर हमला कर दिया। उनसे झूमाझटकी और मारपीट की गई। अब सीसीटीवी के जरिए चिन्हित कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही जा रही है। दरअसल, भिंड नगर पालिका में पदस्थ नामांतरण शाखा के बाबू अजय राजावत को 55 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। फरियादी विपिन जैन से मकान नामांतरण के बदले बाबू अजय राजावत ने एक लाख रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी।
किसने की थी लोकायुक्त पुलिस में शिकायत
भिंड के किला गेट के पास रहने वाले विपिन जैन ने छह माह पूर्व एक मकान खरीदा था। इस मकान के नामांतरण के लिए नगर पालिका नामांतरण शाखा का बाबू अजय राजावत छह महीने से चक्कर कटा रहा था। आखिरकार तीन दिन पहले उसने नामांतरण के बदले एक लाख रुपए की मांग की थी। इस पर विपिन जैन ने उसे 55 हजार रुपए देने को तैयार हो गए।
रिश्वत लेकर रंगे हाथ थराए बाबू
फरियादी ने विपिन जैन रिश्वतखोर बाबू की शिकायत ग्वालियर लोकायुक्त में की। उनकी शिकायत पर ग्वालियर लोकल टीम ने रिश्वतखोर बाबू की रिकॉर्डिंग करवा कर मामले की पुष्टि की। 28 अप्रैल दोपहर लोकायुक्त टीम ने नगर पालिका भिंड पहुंचकर रिश्वतखोर बाबू अजय राजावत को 55 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार करने की कोशिश की। जैसे ही लोकायुक्त की टीम ने नगर पालिका के अंदर प्रवेश किया और बाबू को जैसे ही रंगे हाथों गिरफ्तार किया, वहां पहले से मौजूद कर्मचारियों और मौके पर मौजूद प्राइवेट लोगों ने टीम के साथ खींचातानी और मारपीट की। मारपीट की समूची घटना नगर पालिका में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
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कैमरे में कैद हुई घटना
मारपीट की घटना के बारे में जब डीएसपी लोकायुक्त राघवेंद्र ऋषिश्वर से पूछा गया तो उन्होंने कुछ लोगों द्वारा लोकायुक्त टीम के साथ हाथापाई की बात स्वीकार की। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी में हर घटना कैद हुई है। उसके आधार पर लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।