BHOPAL. इस साल के आखिर में होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा का चुनाव में कांग्रेस इन दिनों अपनी पार्टी को मजबूत करने में जुटी हुई है। इसी क्रम में
विंध्य क्षेत्र में इन दिनों पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह लगातार कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे हैं। रविवार, 16 अप्रैल को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मनगवां विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहीं शीला त्यागी ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है। त्यागी बसपा के टिकट पर 2013 में बीजेपी की पन्नाबाई प्रजापति को हराकर विधायक बनी थीं। हालांकि मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शीला त्यागी ने कांग्रेस का दामन थामने से कांग्रेस को कितना लाभ होगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन इससे बसपा को बड़ा झटका लगा है।
ये हुए बैठक में शामिल
कमलनाथ ने शिवाजी नगर स्थित PCC दफ्तर में बाल कांग्रेस की बैठक में शामिल हुए। इस मौके पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर, मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। गौरतलब है कि शीला त्यागी वर्ष 2013 में रीवा जिले की मनगवां सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव जीती थीं। तब उन्होंने बीजेपी की पन्नाबाई प्रजापति को 275 मतों के अंतर से चुनाव हराया था। हालांकि, 2018 के चुनाव में शीला त्यागी तीसरे स्थान पर रही थी। इस चुनाव में बीजेपी की पन्नाबाई कांग्रेस की विंद्रा प्रसाद को शिकस्त देकर विधायक चुनी गई थीं।
मिल सकता है टिकट
बताया जा रहा है कि कांग्रेस आगामी चुनाव में मनगवां सीट से शीला त्यागी को कांग्रेस का उम्मीदवार बना सकती है। क्योंकि यह सीट लंबे समय से कांग्रेस के पास नहीं रही है। 2003 से कांग्रेस लगातार यह सीट हार रही है। जबकि एक वक्त इस सीट पर कांग्रेस का अच्छा दबदबा रहा है। मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी भी इस सीट से विधायक रह चुके हैं। ऐसे में पार्टी शीला त्यागी पर दांव लगा सकती है।
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विंध्य पर कांग्रेस का फोकस्र
साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का विंध्य पर फोकस बना हुआ है। क्योंकि पिछले चुनाव में कांग्रेस को विंध्य में ही सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा था। पार्टी को अंचल की 31 में से केवल 5 सीटों पर जीत मिली थी। ऐसे में कांग्रेस इस बार यहां कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है।