BHOPAL. रेलवे ट्रैक पर मृत मिले बीटेक स्टूडेंट निशांक राठौर के मामले में नए खुलासे हो रहे हैं। इसमें रायसेन SP विकास सेहवाल ने डॉक्टरों से भी बातचीत की। सेहवाल के मुताबिक, यह ट्रेन से कटने का केस तो है, लेकिन पोस्ट के कारण मामला संवेदनशील हो गया है। फिलहाल अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। पैर के अलावा पेट में कुछ चोटें हैं। इसके अलावा शरीर पर किसी तरह की चोट नहीं है। मामले की जांच जारी है।
निशांक की सोशल मीडिया पर पोस्ट
छात्र निशांक राठौर (20) के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पिछले सवा महीने में भावुक पोस्ट, सैड सॉन्ग्स और वीडियो मिले हैं। इसमें उदासी और दिल टूटने जैसी बातों का जिक्र है। एक पोस्ट पर तो एक फॉलोअर ने निशांक को लिखा कि उधार चुकाने से पहले मरना नहीं। पुलिस ने डिप्रेशन एंगल से भी जांच शुरू कर दी है।
डिप्रेशन में था निशांक?
निशांक ने 10 जून को पहली सैड पोस्ट की। इसके बाद 20 घंटे तक 8 पोस्ट कीं। इनमें भी दुखी होने जैसी बाते हैं। इसमें उसने अपने इमोशनल और ब्लैक एंड वाइट वीडियो रील बनाई है। इसी में एक पोस्ट में उधारी का जिक्र भी है। इन VIDEO से अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह किसी वजह से डिप्रेशन में था। टीटी नगर TI चैन सिंह रघुवंशी के मुताबिक, शुरुआती जांच में मामला सुसाइड का लग रहा है। CCTV कैमरों में भी वह अकेला ही दिखा। शव औबेदुल्लागंज के आगे बरखेड़ा के पास रेलवे ट्रैक पर मिला था। कुछ दूर ही स्कूटी रखी मिली। मोबाइल भी पास पड़ा था।
ये है मामला
24 जुलाई रात 8 बजे निशांक के पिता और दोस्तों के पास उसके मोबाइल से उसका फोटो लगा मैसेज आया। मैसेज पढ़कर घबराए पिता ने बेटे के दोस्तों को फोन किया। दोस्त राज, चचेरे भाई शशांक ने टीटी नगर थाने पहुंचकर उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। तब तक रायसेन पुलिस उसका शव बरखेड़ा इलाके के रेलवे ट्रैक से बरामद कर चुकी थी। निशांक के पिता उमाशंकर राठौर हरदा में सहकारिता विभाग में पदस्थ हैं। घटना की जानकारी लगने के बाद देर रात वह भी बरखेड़ा पुलिस चौकी पहुंचे। बेटे का शव देखने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई।