Jabalpur. जबलपुर में बनने जा रहे प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाईओवर के निर्माण में बाधक बन रहे दो बड़े और काफी पुराने धर्मस्थलों को प्रशासन से मैराथन कार्रवाई के बाद हटा दिया है। चेरीताल स्थित हरदौल मंदिर को जहां पूरी तरह से हटा दिया गया वहीं आगा चौक स्थित दरगाह का 15 मीटर तक चिन्हित हिस्सा बराबर कर दिया गया। यह कार्रवाई गुरूवार की सुबह 3 बजे तक चली। जिसके बाद फ्लाईओवर के निर्माण में बाधक बन रहे अन्य 52 निर्माणों पर जल्द ही बुलडोजर चलने का रास्ता साफ हो गया है। सूत्रों की मानें तो कभी भी प्रशासन का बुलडोजर इन निर्माणों को हटा सकता है।
तहसीलदार राजेश कुमार सिंह ने बताया कि फ्लाईओवर निर्माण में बाधा बन रहे 55 निर्माणों पर कार्रवाई की जानी है, जिसके तहत सबसे पहले चेरीताल स्थित हरदौल मंदिर, आगा चौक स्थित वक्फ खानकाह निजामिया मजार और सैयद सलामत अली मजार दरगाह के हिस्से को विस्थापित किया गया। दरअसल प्राचीन हरदौल मंदिर सड़क के मध्य से 15 मीटर के दायरे में था इसलिए उसे पूरा हटाना पड़ा। वहीं मजार और दरगाह के 15 मीटर तक के हिस्से को हटाया गया और सुरक्षा के लिहाज से कच्ची दीवार भी खड़ी कर दी गई।
दो सूचियों में धर्मस्थलों के नाम
बता दें कि आगा चौक स्थित दरगाह और हरदौल मंदिर का नाम 2 सूचियों में था। एक सूची 75 धर्मस्थलों की है जिन्हें या तो पूरी तरह हटाया जाना है या कुछ हिस्सा तोड़ा जाना है। वहीं दूसरी सूची फ्लाईओवर निर्माण में बाधा बन रहे निर्माणों की थी जिनमें भी इन दोनों धर्मस्थलों का नाम शामिल था।
पूरे समय डटा रहा प्रशासनिक अमला
इस लंबी कार्रवाई के दौरान पूरे समय प्रशासन और पुलिस का बल मौके पर तैनात रहा। कड़ाके की ठंड में भी प्रशासनिक अमले ने कार्रवाई को जरा देर के लिए भी नहीं टाला और पूरे समय त्वरित ढंग से कार्रवाई जारी रही।