Jabalpur. जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री में बीएस-6 तकनीक पर आधारित बुलेटप्रूफ व्हीकल का प्रोटोटाइप का निर्माण अंतिम चरण में है। यह वाहन आतंकवाद और नक्सली क्षेत्रों में गश्त के लिए सीआरपीएफ के लिए तैयार किया जा रहा है। अंतिम चरण पूरा होते ही जल्द इसे तैयार कर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को सौंपा जाएगा। यह ऐसा वाहन होगा जिस पर हैवी एंबुश का भी असर नहीं होगा।
अब तक बीएस-3 तकनीक का होता था इस्तेमाल
व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर अभी तक यह वाहन बीएस-3 तकनीक पर तैयार करती थी। बीएस-3 तकनीक वाले 30 से ज्यादा वाहनों की सप्लाई पहले ही की जा चुकी है। लेकिन अब सीआरपीएफ ने बीएस-6 इंजन पर आधारित वाहन ऑर्डर किया है। बुलेटप्रूफ व्हीकल को बड़े वाहन पर तैयार किया गया है। इसमें एक दर्जन से ज्यादा अर्धसैनिक बैठ सकेंगे। ड्राइवर समेत सैनिकों के लिए गन पोर्ट और दुश्मन पर नजर रखने बुलेटप्रूफ ग्लास भी इस वाहन में लगाए गए हैं।
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100 वाहनों की होनी है बुलेटप्रूफिंग
बता दें कि व्हीएफजे में इस साल 100 वाहनों की बुलेटप्रूफिंग होनी है। इससे पहले इस वाहन का प्रोटोटाइप तैयार किया जा रहा है। यह फाइनल स्टेज पर है। जो जरूरी उपकरण और आवश्यकताएं मांगी गई थीं, उन्हें पूरा कर लिया गया है। व्हीएफजे के जनसंपर्क अधिकारी रामेश्वर मीणा ने बताया कि सीआरपीएफ के लिए बुलेटप्रूफ वाहन पर काम चल रहा है। इसका प्रोटोटाइप तैयार करने का काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। जल्द इसे ट्रायल के लिए भेजा जाएगा।
एक-एक पुर्जे की ओवरहॉलिंग की
इस वाहन को तैयार करने के लिए सीआरपीएफ ने पूर्व में एक वाहन फैक्ट्री को दिया था। फिर बुलेटप्रूफिंग के लिए इसके एक-एक पुर्जे को अलग किया गया। इसके बाद वाहन के प्रत्येक भाग के लिए डिजाइन किया गया। उसमें आर्मर्ड शीट लगाई गई। आंतरिक सजावट की गई। आने वाले कुछ दिनों में यह वाहन बनकर तैयार हो जाएगा। जिसका ट्रायल सीआरपीएफ की टीम करेगी।