गोपाल देवकर, बुरहानपुर. महाराष्ट्र से बुरहानपुर के 12 मजदूर और 8 बच्चे वापस लाए गए हैं। मजदूरों को बंधक बनाकर काम कराया जा रहा था और घर वापस नहीं आने दिया जा रहा था। जन साहस संस्था की पहल पर जिला प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की और मजदूरों को दलालों के चंगुल से मुक्त कराया।
आदिवासियों को फंसाते हैं दलाल: महाराष्ट्र के कुछ दलाल आदिवासी अंचलों से लोगों को मजदूरी का लालच देकर ले जाते हैं। इसके बाद उन्हें बंधक बना लिया जाता है। मजदूरों से गन्ना कटाई और अन्य काम कराए जाते हैं। मजदूरों को डरा धमकाकर रखा जाता है, इतना ही नहीं उनके साथ मारपीट भी की जाती है। बंधक मजदूरों को वापस घर नहीं लौटने दिया जाता।
जन साहस संस्था ने कराई वापसी: बुरहानपुर के 12 मजदूरों और 8 बच्चों को महाराष्ट्र में बंधक बनाया गया है। जब इसकी जानकारी जन साहस संस्था को लगी तो उन्होंने फौरन पुलिस और जिला प्रशासन से शिकायत की। मामले में पुलिस ने फौरन एक्शन लिया और मजदूरों के साथ बच्चों की घर वापसी संभव हो सकी। अब मजदूरों को सुरक्षित घर वापस पहुंचा दिया जाएगा।