भोपाल. शहर में आए दिन खुदकुशी के मामले देखने को मिल रहे हैं। ज्यादातर मामलों में लोग अपनी आर्थिक स्थिति से परेशान होकर ऐसा कदम उठा रहे हैं। ऐसी ही एक घटना भोपाल के मिसरोद इलाके में हुई। यहां कोल्ड ड्रिंक का कारोबार करने वाले युवा व्यापारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट न मिलने की वजह से घटना की पुष्टि नहीं हो सकी है। पुलिस को आशंका है कि लॉकडाउन के दौरान कारोबार में घाटा होने से उसने यह कदम उठाया।
तीन पार्टनर के साथ बिजनेस करता था मृतक
मृतक रमाकांत वर्मा सौम्या फॉर्च्यून हेरिटेज कैंपस 11 मील मंडीदीप के रहने वाले थे। तीन पार्टनर के साथ कोल्ड ड्रिंक का बिजनेस करते थे। रक्षाबंधन में उनकी पत्नी मंडीदीप में अपने मायके गई थीं। 2 सितंबर रात करीब आठ बजे वह मायके से घर लौटीं। घर का दरवाजा अंदर से बंद था। पत्नी ने दरवाजा ना खुलने के बात रिश्तेदारों को बताई। इस बीच, पड़ोसियों की मदद से दरवाजा खोला गया, जहां रमाकांत का शव फंदे पर पंखे से लटका मिला। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम को बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया।
भोपाल में 5 दिन में इस तरह का तीसरा मामला आया
परिजन ने समझाया, फिर भी गला काट लिया
2 सितंबर को भोपाल के जहांगीराबाद इलाके में एक युवक ने चाकू से गला काटकर जान दे दी। जुबैर खान की डेढ़ महीने पहले जॉब चली गई थी। जुबैर आइसक्रीम फैक्ट्री (icecream factory) में काम करता था। नौकरी जाने के बाद उसने शराब पीना शुरू कर दिया। वो डिप्रेशन में था। 1 सितंबर की रात पत्नी और बहनों के समझाने पर उसने बात सुन ली, लेकिन बाद में किचन में जाकर चाकू से गला काट लिया।
सिविल इंजीनियर ने खुदकुशी की, बेटे को भी मार दिया
28 अगस्त को मिसरोद इलाके में एक सिविल इंजीनियर, पत्नी ने जहर पी लिया था। सिविल इंजीनियर काफी दिन से बेरोजगार था। पिता ने बेटा-बेटी का इलेक्ट्रिक कटर से गला काट दिया। पिता और 16 साल के बेटे की मौत हो गई थी, जबकि मां-बेटी इलाज में बच गए थे।