Jabalpur. जबलपुर के कद्दावर नेता पूर्व विधानसभा ईश्वरदास रोहाणी के बेटे अशोक रोहाणी पर एक बीजेपी कार्यकर्ता को पिटवाने के आरोप लगे हैं। पीड़ित कार्यकर्ता निशांत शर्मा ने एक दिन पहले पत्रकार वार्ता कर केंट बोर्ड से 25 हजार लोगों के नाम काटे जाने के मामले में विधायक रोहाणी के उदासीन रवैए को जिम्मेदार ठहराया था। बस फिर क्या था अगले ही दिन विधायक के समर्थकों ने उसे करीब 10 मिनट तक जमकर पीटा। घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है। घटना के बाद पीड़ित कार्यकर्ता ने कैंट थाने में शिकायत दर्ज कराई है, शिकायत में बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी के इशारे पर ही हमला होने का आरोप लगाया गया है।
पार्टी के लेटरपैड पर दी शिकायत
खास बात यह है कि शिकायत का आवेदन देने पीड़ित कार्यकर्ता ने बीजेपी का लेटर पैड उपयोग किया है। शिकायत में पीड़ित ने उल्लेख किया है कि वह लंबे समय तक राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की पत्नी मल्लिका नड्डा का समर्थक रहा है। उसने एक पत्रकार वार्ता की थी जिससे नाराज विधायक अशोक रोहाणी के इशारे पर मंडल अध्यक्ष आशीष राव, संजय जैन और सुंदर अग्रवाल ने अपने गुंडों के साथ मिलकर उस पर हमला किया।
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सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को दिए
पीड़ित कार्यकर्ता ने अपने साथ हुई मारपीट की घटना का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को दिया है। निशांत का कहना है कि उसका परिवार जनसंघ के जमाने से पार्टी की सेवा करता चला आ रहा है। पार्टी विथ डिफरेंस कही जाने वाली बीजेपी में विधायक अशोक रोहाणी कांग्रेसी कल्चर लाने का प्रयास कर रहे हैं, इसलिए उस पर इस तरह का हमला कराया गया।
पुलिस ने दर्ज कर लिया काउंटर केस
इधर पुलिस ने पीड़ित कार्यकर्ता की शिकायत दर्ज कर जांच में ली है वहीं मामले में संदीप नामक शख्स की शिकायत पर एफआईआर भी दर्ज कर ली है, जिसमें निशांत शर्मा को आरोपी बनाया गया है।
ठीक विधानसभा चुनाव से पहले विधायक अशोक रोहाणी पर लगा यह आरोप पार्टी हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। अशोक रोहाणी के पिता ईश्वरदास रोहाणी ने अनेक कार्यकर्ताओं के करियर जरूर बिगाड़े थे लेकिन मारपीट कराने के आरोप उन पर कभी नहीं लगे। वहीं अशोक ने चुनाव से पहले पार्टी के अंदर ही अपना एक दुश्मन और बढ़ा लिया है। सभी जानते हैं कि नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल से उनका 36 का आंकड़ा हो गया है। वहीं उनके पिता ईश्वरदास रोहाणी द्वारा जिन कार्यकर्ताओं को नकार दिया गया, ऐसे कार्यकर्ताओं की भी केंट विधानसभा में अच्छी-खासी तादाद है। ऐसे में इस घटना को पार्टी भी गंभीरता से ले सकती है।