संजय गुप्ता, INDORE. आखिरकार, इंदौर के जाने-माने बिल्डर अनिल डोसी को धमकाने वाले बदमाश हेमंत यादव और उसके साथियों के खिलाफ शुक्रवार (28 अप्रैल) की रात केस दर्ज हो गया। इस मामले को द सूत्र ने दमदार से उठाया था। हालांकि, इससे पहले बिल्डर की मदद के लिए भोपाल से एक मंत्री का बिल्डर के पक्ष में फोन आया था। उसके बाद एक दबंग विधायक ने बिल्डर और गुंडे के बीच समझौता करा दिया था और मामला रफा-दफा हो गया था। बदमाश हेमंत का बिल्डर को गुरुवार (27 अप्रैल) को रिवॉल्वर अड़ाकर जमीन सौदा करार करने का मामला सामने आया था। इसके बाद लगातार द सूत्र ने इस मामले को उठाया, जिसके बाद पलासिया थाने में केस दर्ज किया गया।
जबर्दस्ती वसूली और अन्य धाराओं में केस
पलासिया पुलिस ने अनिल डोसी की शिकायत पर हेमंत यादव व अन्य के खिलाफ अपराध क्रमांक 190/23 के तहत केस दर्ज किया है। इसमें घटना 202 मालवा टावर ओल्ड पलासिया में 27 अप्रैल को दोपहर एक बजकर 55 मिनट पर होना बताया गया है। इसमें इन पर धारा 386 (जबरदस्ती वसूली), धारा 506 (आपराधिक धमकी) और धारा 34 (मिलकर अपराध करना) में केस दर्ज हुआ है।
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यह हुई थी रिवाल्वर अड़ाने की घटना
डोसी की शिकायत के अनुसार हेमंत यादव ने 1.46 बजे फोन किया कि मिलना है, वह ऑफिस आ गए। फिर दातौदा की जमीन का सौदा करार रखा औऱ् कहा कि इस पर हस्ताक्षर कर दो, मैंने मना किया तो दो लोग पीछे और एक साइड में खड़ा हो गया और रिवाल्वर अडा दी। धमकी दी गई कि साइन नहीं किए तो गोली मार देंगे। घबराकर मैंने हस्ताक्षर कर दिए।
15 करोड़ से ज्यादा का है मामला
यह सौदा दातोदा ग्राम की 15 करोड़ से ज्यादा कीमत को लेकर था, जिसे केवल डेढ़-दो करोड़ में खरीदने का सौदा करार गुंडे यादव ने रिवाल्वर अड़ा कर किया। बिल्डर ने भले ही इसमें जान के खतरे की बात कहकर पुलिस को शिकायत की थी लेकिन इसके लिए पर्दे के पीछे भोपाल के उच्च स्तर के मंत्री का किरदार अहम था, पुलिस को संदेश आ गया था कि बिल्डर की मदद करना है। जब यह सारी बाद इंदौर के दबंग विधायक के पास पहुंची और पूरा मामला हाईप्रोफाइल होते देखा तो वह रात में ही बिल्डर के ऑफिस गए और सुलह कराई।
यह है जमीन का विवाद
दातौदी की इस जमीन को लेकर डोसी के साथ कुछ और पार्टनर है, जिसे यादव खरीदने के लिए लगे थे। लेकिन जब बात नहीं बनी तो वह खुद ही एक पुराना स्टाम्प पर जमीन के सौदा बिक्री का करार लेकर डोसी के ऑफिस पहुंच गया। यह पहले मनाने की कोशिश की और जब नहीं माना तो रिवाल्वर अडा दी गई। यह जमीन मात्र डेढ़ करोड़ में ही करने की बात सौदा करार में लिखी थी। लेकिन इसके लिए एक रुपए का भी भुगतान मौके पर नहीं किया गया, बताया जा रहा है कि भुगतान चेक से करने की बात लिखी थी लेकिन वह भी बिल्डर को नहीं दिया गया था। रिवाल्वर अड़ाए जाने के चलते बिल्डर ने डरकर साइन कर दी। लेकिन इसके बाद उन्होंने भोपाल मंत्री स्तर पर फोन खड़का कर आपबीती बता दी। इसके बाद पुलिस के पास उन्हें जाने के लिए कहा गया। इसके बाद बिल्डर डोसी ने पूरी शिकायत बनाकर थाने में दे दी। द सूत्र द्वारा न्यूज करने के बाद यह तेजी से हर जगह वायरल हो गई।
इसके बाद विधायक ने संभाला मोर्चा
खबर वायरल होते ही इस मामले में दबंग विधायक ने मोर्चा संभाला और वह तत्काल ही बिल्डर के एबी रोड स्थित दफ्तर में पहुंच गए और उनके साथ कुछ भी गलत नहीं होने का आश्वासन दिया।
गुंडे यादव पर कई केस, ऑपरेशन क्लीन में हुई थी कार्रवाई
गुंडे हेमंत यादव विधानसभा दो का निवासी है। उस पर कई केस दर्ज हैं। ऑपरेशन क्लीन के तहत कमलनाथ सरकार के दौरान दिसंबर 2019 मे उसके मकान पर बुल्डोजर चलाने की कार्रवाई भी की गई थी और वह कुछ दिन जेल में भी रहा था।