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संजय गुप्ता, INDORE. प्रेमश्री प्राइम प्रापर्टीज लिमिडेट कंपनी के डायरेक्टर और बिल्डर राजुकमार जैन के खिलाफ गांधीनगर थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। शिकायत उनके साथी प्रशांत जैन के खिलाफ भी थी, लेकिन उनका निधन हो चुका है। जैन पर आरोप है कि उनके सुपर कॉरिडोर के पास प्रोजेक्ट कॉरिडोर एक्जोटिका में एफ बलॉक का फ्लैट नंबर 408 पहले श्याम गोयल को बेचा गया था। बाद में वही फ्लैट कल्पना जैन को बेचने का करार किया और 23 लाख 65 हजार 200 रुपए भी ले लिए। इस तरह धोखाधड़ी की गई है। कल्पना जैन की शिकायत पर पुलिस ने यह केस दर्ज किया है।
पहले भी हुई है थाने में शिकायतें
थाने में यह पहली शिकायत नहीं है। इसके पहले भी कई शिकायतें उनके खिलाफ दर्ज की गई है। पीड़ित जैन के इस प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर शिकायतें थाने से लेकर कलेक्टरेट की जनसुनवाई, सीएम हेल्पलाइन में कर चुके हैं। लेकिन कभी भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब जाकर उन पर केस दर्ज हुआ है। जैन का एक और प्रोजेक्ट सेफ्रान एक्जोटिका भी है। यह दोनों ही प्रोजेक्ट रेरा में दर्ज है, लेकिन समय पर पूरे नहीं हुए हैं।
पीड़ितों ने जनसुनवाई में की थी यह शिकायत
जनसुनवाई में कुछ महीने पहले करीब 12 पीड़ित पहुंचे थे। इन्होंने कहा था कि बिल्डिंग खंडर हो चुकी है। हमसे 90 फीसदी बुकिंग राशि ली जा चुकी है, लेकिन अभी तक फ्लैट नहीं मिला है। कोई बनारस से है तो कोई लखनऊ से था तो कोई बैंगलुरू से। पीडितों का कहना था कि 150 से ज्यादा पीड़ित है, जो जैन की धोखाधड़ी का शिकार हो चुके है, लेकिन पूरा सिस्टम सोया हुआ है।
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नंबर भी बदल चुका है जैन
जैन के प्रोजेक्ट में बताए नंबर 9685034444 पर जब द सूत्र ने बात की तो पता चला यह नंबर तो कभी का नर्मदापुरम के किसी रहवासी को शिफ्ट हो चुका है। उन्होंने बताया कि जैन के लिए फोन आते रहते हैं। इसी तरह एक अन्य नंबर 9685043444 पर कॉल किया तो वह लगा ही नहीं। यानि नंबर बदले जा चुके हैं। जैन का ऑफिस मेट्रो टावर सत्यसांई चौराहे पर बताया गया है।
कई कंपनियों में डायरेक्टर है जैन
जैन इसके साथ ही एनकेजे देवकान प्रालि, अरिहंत देवकान (इंडिया), प्रेमश्री देवकॉन, प्रेमश्री आईटी पार्क एलएलपी में भी डायरेक्टर है। वहीं जैन का निवास बाबजी नगर में बताया गया है।