Jabalpur. जबलपुर में मिशनरी की शैक्षणिक संस्थाओं से करोड़ों की हेरफेर और जमीनों की खरीद फरोख्त के मामले में जेल में बंद बर्खास्त बिशप पीसी सिंह के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने अदालत में चालान पेश कर दिया है। ईओडब्ल्यू ने अदालत में 4 हजार पन्नों से ज्यादा की चार्जशीट पेश की है। जिसमें छापेमार कार्रवाई में बिशप के घर से मिले तमाम दस्तावेज, कार्रवाई की जानकारी, तमाम बयानात के साथ-साथ शासन द्वारा लीज पर दी गई जमीनों को खुर्द-बुर्द करने के साक्ष्य मौजूद हैं।
जानकारी के अनुसार ईओडब्ल्यू द्वारा करीब साढ़े 4 हजार पन्नों की चार्जशीट तैयार की गई थी, जिसमें पीसी सिंह की करतूत उजागर करने वाले दस्तावेज शामिल हैं। वहीं इस मामले में अन्य आरोपियों में पीसी सिंह की पत्नी नोरा सिंह, पुत्र पियूषपाल और करीबी सुरेश जैकब के खिलाफ अलग से चालान पेश किया जाएगा। सूत्रों की मानें तो पीसी सिंह द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से नागपुर डायोसिस का पंजीयन बदलकर नया एजुकेशन बोर्ड बना लिया गया था। उसके बाद शैक्षणिक संस्थाओं की करोड़ों की राशि का दुरूपयोग किया गया। उक्त मामले की शिकायत के आधार पर ईओडब्ल्यू ने मामला दर्ज कर पीसी सिंह को नागपुर से गिरफ्तार किया था।
90 दिन के भीतर पेश किया चालान
बता दें कि इस मामले में 90 दिन पूरे होने के पहले ही ईओडब्ल्यू ने कोर्ट में चालान पेश कर दिया है। वहीं मामले के अन्य आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग चालान पेश किए जाऐंगे।
यह है मामला
साइनोड ऑफ नॉर्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के बिशप पीसी सिंह के खिलाफ मिली शिकायत के आधार पर ईओडब्ल्यू ने उसके आवास पर छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया था। जिसमें घर से करीब 1.65 करोड़ नगद, 85 लाख रुपए कीमती जेवरात और 18 हजार की विदेशी मुद्रा बरामद हुई थी। जिसके बाद हुई जांच में बिशप पर जमीनों के हेरफेर के कई मामलों का खुलासा हुआ था। बाद में सीएनआई ने पीसी सिंह को बिशप पद से बर्खास्त कर दिया।