/sootr/media/post_banners/80814c0e4cd95bd0820985c6d9f2f7667e8d1108a54949477ef67d7c7a9204f0.jpeg)
Jabalpur. उद्योग व्यापार जगत के लिए आम बजट अनुकूल है जिसमें अर्थव्यवस्था को गति देने की बात की गई है, यह कथन है फेडरेशन ऑफ मध्य प्रदेश चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रदेश उपाध्यक्ष हिमांशु खरे का। उन्होंने कहा कि अधोसंरचना विकास, तकनीक उन्नयन, कौशल विकास, वित्तीय संस्थानों को अधिक राशि उपलब्ध कराना, इज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत नियमों का सरलीकरण करना, ऐसे अनेकों घोषणाओं एवं प्रावधानों से उद्योग जगत लाभान्वित होगा। उन्होंने कहा कि माइनस प्वाइंट यही है कि महंगाई को कम करने का उचित प्रयास नहीं किया गया। एक प्रकार से लुभावना बजट है। गोवर्धन योजना में जबलपुर अच्छा ग्रो कर सकता है। रेलवे के बजट में एतिहासिक बढ़ोतरी स्वागत योग्य है।
वहीं व्यापारी संघ के पूर्व अध्यक्ष मदन मोहन नेमा ने कहा कि यूनियन बजट सुनने में तो ऊंचाइयों पर ले जाने वाला बजट लग रहा है। एक दिन कह देने से अच्छा तो लगता है, करेंगे कैसे, पैसा कैसे आएगा उसके लिए इस बजट में कुछ खास नहीं है। आम जन के बारे में इस बजट में कहीं कोई सहयोग या सहायता नहीं दी गई है। बेरोजगारी और महंगाई को लेकर कोई योजना नहीं लाई गई। इंकमटैक्स में 7 लाख की सालाना आय को टैक्स से राहत तो दी गई लेकिन महंगाई के हिसाब से यह कोई उपलब्धि नहीं है। लुभावना बजट है लेकिन जनता को इससे कोई लाभ नहीं मिला है।
ट्रांसपोर्टर्स व्यापारी संघ की ओर से नरिंदर सिंह पांधे ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि बजट में आम आदमी के लिए कुछ नहीं है, ट्रांसपोर्टर होने के नाते डीजल-पेट्रोल को जीएसटी के अंतर्गत क्यों नहीं लाया जा रहा यह बड़ा सवाल है। स्क्रेप नीति का विरोध करते हैं। हमसे टोल, ईंधन और रोड टैक्स के जरिए 3 प्रकार का टैक्स लिया जाता है।
- यह भी पढें
सर्राफा एसोसिएशन को भी थी आस
सराफा एसोसिएशन के अजय बख्तावर ने कहा कि सर्राफा व्यापारियों के लिए मजबूत स्वर्ण नीति की अपेक्षा थी, लेकिन हर बार आयात शुल्क बढ़ाया जा रहा है। जिससे सराफा व्यापारी निराश हैं। बजट में सराफा व्यापार को निगलेक्ट किया गया है।
वहीं चेंबर ऑफ कॉमर्स के दीपक सेठी ने बजट को काफी अच्छा बताया है। उन्होंने कहा कि बजट में जैसी उम्मीद थी, उनका ध्यान रखा गया है। एमएसएमई को लेकर की गई घोषणा अच्छी पहल है। नई पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए अच्छी पहल की गई है।