BHOPAL. पिछले सप्ताह बारिश, ओले और तेज हवाओं ने मौसम में जबरदस्त ठंडक घोल दी थी, उसका असर अभी तक खत्म नहीं हुआ था कि फिर 23 से 25 मार्च के बीच वेदर डिस्टर्बेंस की सूचना आ गई है। जिसमें प्रदेश के कई शहरों में बारिश की संभावना जताई जा रही है। इसका सबसे ज्यादा असर ग्वालियर-चंबल संभाग में दिखाई देने वाला है, जबकि भोपाल और इंदौर में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके अलावा प्रदेश के ज्यादातर जिलों में मौसम सामान्य रहने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिक क्या कह रहे
भोपाल के मौसम वैज्ञानिक के अनुसार 16 मार्च से एक्टिव सिस्टम 20-21 मार्च को खत्म हो गया। इससे अधिकांश शहरों में मौसम में सुधार हो गया, लेकिन 23 से 24 मार्च के बीच बारिश का एक दौर फिर आ रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में रहेगा। इस दौरान भोपाल और इंदौर में भी हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
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रीवा में फिर बारिश की संभावना
रीवा जिले के कई इलाकों में मंगलवार (21 मार्च) की दोपहर से शाम तक रूक-रूककर बारिश होती रही। शाम को शहर में एक घंटे तक लगातार बारिश हुई। ग्रामीण इलाकों में तेज हवाओं और पानी के साथ बेर के आकार के ओले गिरे हैं। ओले गिरने से नेशनल हाईवे-39 पर कश्मीर जैसा नजारा दिखाई दिया। ओलावृष्टि के कारण खेतों में खड़ी फसलों का काफी नुकसान हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों ने यहां 22, 25 और 26 मार्च को बारिश की फिर संभावना जताई है।
इन शहरों में बारिश होने के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक, 23 से 25 मार्च के बीच भोपाल, विदिशा, सीहोर, बैतूल, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में मौसम बदला रहेगा। तेज हवा के साथ हल्की बारिश होने के भी आसार है।
भोपाल में फिर बदलेगा मौसम
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, भोपाल में 22 मार्च को बारिश के आसार नहीं है। सिस्टम लौटने की वजह से आसमान साफ रहेगा, लेकिन 23 मार्च से फिर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। हल्की बारिश भी हो सकती है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। 24 मार्च को भी हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
पिछले सप्ताह चार दिन हुई जबरदस्त बारिश
मध्यप्रदेश में 16 से 19 मार्च के बीच मौसम ने कहर बरपाया था। तेज बारिश-आंधी और ओलावृष्टि हुई। प्रदेश के लगभग हर जिले में बेर के आकार के ओले गिरे। ग्वालियर-चंबल संभाग, बुंदेलखंड, मालवा-निमाड़, महाकौशल और विंध्य क्षेत्र में जमकर ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई। वहीं, मंदसौर, डिंडौरी, खरगोन, रायसेन, आगर-मालवा, शिवपुरी, ग्वालियर के घाटीगांव में तो कश्मीर जैसा नजारा दिखाई दिया। यहां ऐसी ओलावृष्टि हुई कि सड़कों पर सफेद चादर बिछ गई। लोगों ने बाल्टियों में भरकर ओले फेंके। इससे खेतों में खड़ी गेहूं, चना और सरसों फसलें बर्बाद हो गईं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दूसरे फेस में बर्बाद हुई फसलों का सर्वे भी शुरू करा दिया है। 27 जिलों में प्रारंभिक नुकसान सामने आया है। सीएम ने 25 मार्च तक सर्वे पूरा करने को कहा है।