Jabalpur. प्रदेश में 1 मार्च से बोर्ड परीक्षाएं शुरु हो रही हैं। इन परीक्षाओं के लिए जिले में 102 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी के 50 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। परीक्षा के दौरान नकल पर नकेल कसने के लिए इस बार सभी केंद्रों में त्रिस्तरीय निगरानी की जाएगी।
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को पुख्ता कर रहे हैं। इस संबंध में केंद्राध्यक्षों को भी जरूरी निर्देश दिए जा चुके हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए पहले 101 केंद्र बनाए गए थे। अंतिम समय में अगरिया में एक नया केंद्र बनाया गया है। इस तरह जिले में अब 102 केंद्रों में एग्जाम होंगे। अभी तक मंडल मुख्यालय में केंद्राध्यक्षों और सहायक केंद्राध्यक्षों की ड्यूटी लगाई जाती थी। इस बार व्यवस्था में बदलाव किया गया है। केंद्रों में शिक्षकों की ड्यूटी ब्लॉक स्तर पर रेंडमाइजेशन के आधार पर लगाई जाएगी।
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संवेदनशील केंद्रों पर रहेगी पैनी नजर
जिले में 10 परीक्षा केंद्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं। इसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के 5-5 केंद्र शामिल हैं। यहां पुलिस की तैनाती के साथ वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। इस संबंध में केंद्राध्यक्षों को आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं। परीक्षाओं पर नजर रखने के लिए संभागीय संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी स्तर के साथ ही ब्लॉक स्तर पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी का दल भी गठित किया जाएगा। इसके अलावा राजस्व एवं पुलिस का भी पहरा रहेगा। सीसीटीवी कैमरों से परीक्षा केंद्रों में नजर रखी जाएगी। नकल प्रकरण बनने पर शिक्षक पर भी कार्रवाई होगी।
परीक्षा प्रभारी आरके बधान बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां की जा रही हैं। संवेदनशील केंद्रों को चिन्हित कर लिया गया है। वहां विशेष व्यवस्था की जाएगी। परीक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।