CHHATARPUR. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बार फिर हिंदू राष्ट्र की मांग कर डाली। दिल्ली के एक न्यूज चैनल के मुताबिक, धीरेंद्र शास्त्री ने सवाल पूछा कि अगर हिंदुस्तान हिंदू राष्ट्र नहीं कहलाएगा, तो क्या बांग्लादेश कहलाएगा। भारत का हर नागरिक हिंदू है। हिंदुस्तान का मतलब हिंदुओं का स्थान है, जहां वैमनस्यता न हो। बागेश्वर धाम में 7 दिन का धार्मिक आयोजन 20 फरवरी को खत्म हो गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कांग्रेस नेता कमलनाथ समेत कई बड़े नेता शामिल हुए थे। देशभर से साधु-संत और कथावाचक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
मुगलों के नाम पर ट्रेन चल सकती है तो राम के नाम पर क्यों नहीं- धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, अगर मुगलों के नाम पर कोई ट्रेन चल सकती है तो राम के नाम से भी ट्रेन चलनी चाहिए। यह राम का देश है। कई लोग हमारी प्राचीन सनातन संस्कृति को टारगेट करते हैं, उसकी आलोचना करते हैं, त्रिदेवों की अवहेलना करते हैं। देश का दुर्भाग्य है कि शिवाजी जैसे महापुरुष की तस्वीर के साथ छेड़खानी की गई। ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि वे कभी ऐसी भूल ना करें।
बागेश्वर ने 220 लोगों की कराई हिंदू धर्म में वापसी
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने कथा में हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में 220 लोगों को पीली पट्टिका पहनाकर सनातन धर्म में वापसी कराई। धीरेंद्र शास्त्री का दावा है कि लोगों ने अपनी मर्जी से सनातन धर्म में वापसी की है। हिंदू जागरण मंच के लोग इन लोगों को बागेश्वर धाम लेकर पहुंचे थे।
क्यों चर्चा में रहते हैं बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री?
धीरेंद्र शास्त्री अपने बड़े-बड़े दरबार लगाते हैं। इनमें दूर-दूर से लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचते हैं। दावा है कि धीरेंद्र शास्त्री भूत-प्रेत भी भगाते हैं। हालांकि, इस पर धीरेंद्र शास्त्री का कहना है कि जो भी होता है, वह ईश्वर के आशीर्वाद से होता है। वहीं, नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने धीरेंद्र शास्त्री को चैलेंज किया था। धीरेंद्र शास्त्री ने जनवरी 2023 में रायपुर के गुढ़ियारी में कथा का आयोजन किया था। यहीं पर श्याम मानव को आने का न्योता भी दिया था, हालांकि वे नहीं आए थे। नागपुर में ही धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी, जिसे जांच के बाद पुलिस ने खारिज कर दिया था।