हिमांशु अग्रवाल, CHATARPUR. छतरपुर में पुलिस पर आरोप लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां चोरी के संदेही युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।मामला बड़ामलहरा अनुभाग के भगुइयन खेरा गांव से है। जहां मृतक के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट कर तंग करने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि भगुइयन खेरा में भैय्यन लोधी के यहां बीते 1 नवंबर को चोरी हुई थी, जिस पर गांव के धरमदास लोधी के ऊपर शक जताते हुए उसके घर भैय्यन लोधी रतन लोधी,भजन लोधी,भुजबल लोधी, मुकेश लोधी गए और उससे चोरी बताने की कहने लगे जिस पर उसने चोरी करना नकार दिया था। तब घुवारा पुलिस चौकी में प्रभारी धर्मेंद्र कुमार के पास चोरी की उन्होंने शिकायत की और संदेही में धरमदास लोधी का नाम लिखाया। परिजनों के मुताबिक प्रभारी ने 2 दिन पुलिस चौकी में उसे पूछताछ के लिए बुलाया और उसके साथ मारपीट की और उससे चोरी बताने को कहा जिससे परेशान होकर उसने घर से लगभग दो सौ मीटर की दूरी पर पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी।
परिजनों ने की दोषियों पर केस दर्ज कराने की बात
घटना की खबर लगते ही मौके पर डीएसपी शशांक जैन, एसडीओपी आरआर साहू बड़ामलहरा, गुलगंज ,बमनोरा और बाजना थाना की पुलिस बल के साथ गए, जिनके सामने परिजन दोषियों पर प्रकरण दर्ज करने की बात पर अड़ गए और जमकर हंगामा किया। कई घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस को पेड़ से शव को उतारने दिया। फिलहाल थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर मौका पंचनामा बना लिया है। बड़ामलहरा में डॉक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सौंपा गया और दाह संस्कार कराया गया।
पुलिस ने आरोपों को निराधार बताया
वहीं पुलिस ने इस मामलें में आरोपों को निराधार बताया है, पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों को तस्दीक के लिया बुलाया गया था और पूछताछ करके छोड़ दिया गया था, डॉक्टरों का पैनल जांच कर रहा है। बरहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद साफ होगा कि पुलिस ने मारपीट की है या नहीं, वहीं घटना के बाद से मृतक के परिजनों में आक्रोश है।