BHOPAL. शहर के 50 ग्राहकों से 25 लाख रूपए ठगकर फरार होने वाले चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर दीपक त्रिपाठी को हबीबगंज पुलिस ने गुरूवार को ग्रेटर नोएडा में दबोचा। दो साल से फरार चल रहे इन्फ्राविजन चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर का फ्लैट भी प्रशासन द्वारा जब्त कर कुर्क कर दिया गया है। दरअसल, दो साल पहले भोपाल की हबीबगंज पुलिस ने ग्राहकों से फ्रॉड करने वाले आधार इन्फ्राविजन चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर दीपक त्रिपाठी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। फ्लैट की कुर्की के बाद भी आरोपी ने सरेंडर नहीं किया था।
50 लोगों से किया था फ्रॉड
एएसआई मनोज यादव ने बताया कि सितंबर 2019 में रमेश चन्द मिश्रा समेत 50 लोगों ने 15 अगस्त 2021 को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक भोपाल (साउथ) कार्यालय में शिकायती आवेदन दिया था। शिकायत में बताया था कि आधार इन्फ्राविजन लिमिटेड का भोपाल में सांई बोर्ड के पास अरेरा कॉलोनी में आफिस था। भोपाल के 50 लोगों ने करीब 25 लाख रुपए तक की आईपीपी, एफडी 6 वर्ष तक के लिए कंपनी में कराई थी।
कानूनी दांव पेंच सीखने एलएलबी में लिया एडमीशन
चिटफंड डायरेक्टर दीपक त्रिपाठी इन दिनों गौतम बुद्ध नगर में एक वकील के पास खुद को बचाने के लिए कानूनी दांव-पेंच सीखने में लगा है। इसके लिए वह छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से एलएलबी में एडमिशन तक करा लिया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वकील बनकर वह कोर्ट के समक्ष अपना पक्ष खुद रखने का लक्ष्य बना रखा था।
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ग्रेटर नोएडा से आरोपी हुआ गिरफ्तार
एसआईटी टीम ने आरोपी दीपक त्रिपाठी को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया है। 32 वर्षीय दीपक यहां पिछले दो सालों से छुपकर रह रहा था। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह पॉलिसी भुगतान के नाम पर वह लोगों से पैसे लेता था। वहीं, पुलिस ने दावा किया कि मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी दीपक त्रिपाठी लगातार अपने ठिकाने व मोबाइल नंबर बदलता रहा। इसके कारण उसे पकड़ना कठिन हो गया था।
आरोपी पर 10 हजार का इनाम रहा घोषित
कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने वसुंधरा, गाजियाबाद स्थित आरोपी का करीब 50 लाख रुपए कीमती फ्लैट को कुर्क कराया। वहीं आरोपी पर पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। पुलिस ने थाना सूरजपुर जिला गौतम बुद्ध नगर, उत्तप्रदेश पुलिस की मदद से लगातार तीन दिन उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी। तब वह एवीजे हाईटस, ग्रेटर नोएडा से पकड़ा गया।