विनोद शर्मा, SATNA. देशभर में आज ( 30 मार्च) को रामनवमीं को धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर चित्रकूट पर 11 लाख दीपक जलाए जाएंगे। दरअसल सतना जिला स्थित धर्म नगरी चित्रकूट धाम को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की तपोभूमि माना जाता है। चित्रकूट 84 कोसीय तपोवन से घिरा हुआ है। यहां पर रामनवमीं के दिन दीपोत्सव मनाए जाने की परंपरा अनादि काल से चली आ रही है। इस साल भी 30 मार्च को पावन रामनवमीं पर 11 लाख से ज्यादा दीपक जलाने की तैयारी की गई है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम ने अपने वनवास काल के दौरान साढ़े 11 साल से ज्यादा का समय चित्रकूट नगरी में बिताया था। इसके चलते रामनवमी के दिन दीपोत्सव मनाए जाने की परंपरा है। इस दौरान लोग मिट्टी के दीए जलाते हैं। इस साल भी रामनवमी के अवसर पर 11 लाख से अधिक मिट्टी के दीपों से चित्रकूट की नगरी जगमगाएगी।
दीपों से रोशन होगा चित्रकूट
आज रामनवमीं पर यहां चारो तरफ सुंदर नजारा देखने को मिलेगा। बता दें, यहां भगवान श्रीराम के अनेकों पवित्र स्थल हैं, जहां आज भी भगवान श्रीराम की पावन अनुभूति होती है। यहां भगवान कामदनाथ, रामघाट, भरत कूप, मंदाकिनी घाट, स्फटिक शिला, सती अनुसुइया, हनुमान धारा जैसे कई ऐसे पवित्र स्थल हैं, जहां पर भगवान श्रीराम और माता जानकी वनवास काल के दौरान रुके थे। पूरे देशभर से लोग यहां पर भगवान श्रीराम के पवित्र स्थलों के दर्शन करने आते हैं।
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रामनवमीं पर होगी जबरदस्त आतिशबाजी
चित्रकूट में रामनवमीं बेहद खास तरीके से मनाई जाती है। इस दिन पूरे चित्रकूट को दीपों से सजाया जाता है। बता दें, पिछले साल चित्रकूट में करीब 5 लाख से ज्यादा दीपक चित्रकूट नगरी में जलाए गए थे। इस साल करीब 11 लाख से ज्यादा दीपक जलाए जाएंगे। इसके लिए बिना किसी शासकीय मदद से समाज सेवी संगठन, साधू संतो सहित स्थानीय लोग इस कार्य में अपनी सहभागिता निभाते हैं। इसमें सबसे खास बात यह है कि कुम्हारों के लिए यह दीपोत्सव सुनहरा अवसर लेकर आएगा क्योंकि मिट्टी के दीपक कुम्हारों से लिए जाएंगे और इसके साथ ही यहां पर सात दिवसीय प्राकट्य पर्व का भी आयोजन किया जा रहा है। इसमें रामलीला,भजन,लोक संगीत सहित विभिन्न कार्यक्रमों आयोजन किया गया है। इसके अलावा इस अवसर पर आतिशबाजी भी की जाएगी।