दमोह के बुंदेली मेले में पहुंचे आशुतोष राणा बोले- अपमान का जहर जो कंठ में रखे, उसे ही मिलता है सम्मान, जो देता है वो ले भी लेता है

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Rajeev Upadhyay
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दमोह के बुंदेली मेले में पहुंचे आशुतोष राणा बोले- अपमान का जहर जो कंठ में रखे, उसे ही मिलता है सम्मान, जो देता है वो ले भी लेता है

Damoh. दमोह के हटा में चल रहे बुंदेली मेला में शामिल होने के लिए बालीवुड अभिनेता आशुतोष राणा भी पहुंचे, जहां हटा के स्थानीय नेताओं ने उनका अभिवादन किया। आशुतोष राणा के इस मौके पर भगवान शिव के बारे में बताया की भगवान शिव का परिवार समाज के लिए शिक्षाप्रद परिवार है।  शिव के गले में नाग तो पुत्र कार्तिकेय की सवारी मोर, श्रीगणेश चूहा पर विराजे, मां पर्वती सिंह पर तो शिव नंदी समाने, ये सभी एक दूसरे के विरोधी हैं, जान के दुश्‍मन हैं, इसके बावजूद भी एक ही परिवार में एक साथ है। शिव सदैव कल्‍याणकारी है, उनकी भक्ति से ही भक्‍त सड़क से संसद तक पहुंच जाते है।



विकृत मानसिकता वालों को व्यंग्य से सुधारें



राणा ने कहा कि समाज में जो विकृत मानसिकता के लोग रहते हैं, उन्‍हे सुधारने के लिए सीधी भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। व्‍यंग्य के माध्‍यम से उन्‍हे सुधारने का प्रयास करें। उन्‍होने बताया कि जो दो हाथों से देता है वह अनेक हाथ से वापिस लेने की क्षमता भी रखता है। अपने कार्य सदैव ऐसे रखें, ताकि समाज में जो नीति प्रीति चली आ रही है उसे कायम रखा जा सके। 




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    आशुतोष राणा की अगवानी मेला परिसर में बुन्‍देली परम्‍परानुसार हुई।  रमतूला, दलदल घोडी के साथ मंच तक लाया गया, स्‍वति वाचन के साथ मचासीन हुए, मंत्रोपचार के साथ शिव आराधना एवं जगत जननी का पूजन अतिथियों के द्वारा किया गया।  कार्यक्रम की अध्‍यक्षता कर रहे नगर गौरव  साहित्‍यकार डा. श्‍याम सुन्‍दर दुबे ने आशुतोष राणा का परिचय फिल्‍मी दुनिया से हटकर एक शिव भक्‍त एवं साहित्‍य के प्रति उनके लगाव से कराया। इस मौके पर  मुम्‍बई से आई विधि जैन भी उपस्थित रही।


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