Damoh. बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र और देश में 13 वे ज्योतिर्लिंग के रूप में पूजे जाने वाले भगवान जागेश्वरनाथ बांदकपुर धाम के इतिहास पर ओम शिव शक्ति फिल्म्स इंटरनेशनल के बैनर तले डॉक्यूमेंट्री फिल्म स्वयंभू श्री जागेश्वर नाथ की शुरुआत होने जा रही है। फिल्म का प्रथम पोस्टर विमोचन श्री जागेश्वर नाथ मंदिर में मंदिर के प्रबंधक राम कृपाल पाठक के द्वारा किया गया। पोस्टर विमोचन के अवसर पर केदारनाथ दुबे मंदिर समिति सदस्य , भरत पाठक मंदिर के पुजारी, राकेश नायक, विजय चौबे सांसद प्रतिनिधि, वीरू नेमा सामाजिक कार्यकर्ता, शंकर गौतम के साथ ओम शिव शक्ति फिल्म्स इंटरनेशनल के निर्देशक हरीश पटेल, मनोज गुप्ता, देवेश चौबे, बृजेश पटेल शामिल रहे।
फिल्म के बारे में हरीश पटेल का कहना है कि बांदकपुर धाम हमारे दमोह और बुंदेलखंड का सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध धाम है यहां भोलेनाथ स्वयंभू जागेश्वर नाथ की महिमा देखने उनके दर्शन करने दूर-दूर से लोग आते हैं। हम उनके इतिहास पर पूरी बारीकी के साथ अध्ययन करके और पुराने सभी जानकारों से धाम के तथ्य इकट्टे करते हुए फिल्म की स्टोरी पर काम कर रहे हैं। स्टोरी का काम पूरा होते ही शूटिंग शुरू की जाएगी फिल्म का पोस्टर बेहद आकर्षक है और रिलीजिंग के साथ ही शहर में चर्चा का विषय बन गया है।
हरीश पटेल बॉलीवुड में बतौर सिनेमैटोग्राफर कार्य कर रहे हैं, अभी हाल ही में उन्होंने दमोह जिले के स्मार्ट गांव पड़रिया थोबन पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म ये गांव मेरा बनाकर यूट्यूब पर रिलीज की थी जो बेहद सराही जा रही है। साथ ही फिल्म फेस्टिवल्स में इसकी स्क्रीनिंग भी की जा रही है।
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लगातार मैसेज देते हुए विषयों पर फिल्म बनाने के साथ-साथ अब उन्होंने जिले के गांव और धार्मिक स्थलों को फिल्म के माध्यम से देश-विदेश तक पहुंचाने का सराहनीय कदम बढ़ाया है जिससे समस्त जिले वासियों में भी खुशी है।जागेश्वर धाम में जिले वासियों की अटूट श्रद्धा और आस्था है अब फिल्म के माध्यम से विश्व पटल पर बहुत जल्द श्री जागेश्वर नाथ बांदकपुर धाम को देखा जा सकेगा।
जागेश्वरनाथ ही होंगे असल डायरेक्टर-हरीश
हरीश पटेल ने कहा कि बिना जागेश्वर नाथ की मर्जी और उनकी प्रेरणा के उन पर फिल्म बनाने का साहस भी नहीं हो सकता, जो कुछ हो रहा है सब उन्हीं की प्रेरणा से हो रहा है, जैसी जागेश्वर नाथ प्रेरणा देते रहेंगे हम फिल्म पर उसी अनुसार कार्य करते रहेंगे। इस फिल्म के निर्देशक स्वयं महादेव को ही मानते हुए मैंने तो मात्र एक सेवक की हैसियत से फिल्म बनाने का बीड़ा उठाया है और स्वतः ही जैसा मैं फिल्म के विषय में सोचता हूं वैसा ही हो जाता है ।