Indore. शनिवार को इंदौर समेत मालवा के कई इलाकों में आंधी के साथ-साथ बारिश का दौर चला। इंदौर के कई इलाकों में ओलावृष्टि भी हो गई। गरज-चमक के साथ हुई बारिश के चलते मौसम खुशनुमा तो हुआ ही वहीं तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। खजरान, रेडियो कॉलोनी, ट्रांसपोर्ट नगर में ओले गिरे जबकि दोपहर तक तेज धूप का आलम था। मौसम विभाग ने राजस्थान के ऊपर चक्रवात बनने के चलते मौसम में बदलाव होने की बात कही है।
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मौसम विभाग ने राजस्थान के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में साइकोलॉनिक सर्कुलेशन बने होने की जानकारी दी है। इन दोनों सिस्टम के कारण इंदौर, भोपाल, रायसेन, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, बुरहानपुर, खरगोन में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इसके साथ-साथ पूर्वी मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा, सागर, दमोह, टीकमगढ़, निवाड़ी में दोपहर बाद गरज-चमक और हल्की बूंदाबांदी की संभावना है।
ऐसा मौसम क्यों?
इस साल नौतपा के तेवर ठंडे रहे। हर दिन मध्यप्रदेश के किसी न किसी हिस्से में बारिश हुई। ओले गिरे और तेज हवा भी चली। ऐसा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस , चक्रवात के एक्टिव रहने और ट्रफ लाइन के गुजरने की वजह से हुआ। शुक्रवार को सागर में 7.8, नरसिंहपुर में 2.0 मिमी बारिश हुई। नर्मदापुरम में भी पानी गिरा। मौसम विभाग का कहना है कि 1 जून को उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव हो गया। इसका असर शुक्रवार से ही प्रदेश में दिखाई देने लगा।
तीन से चार दिन ऐसा ही रहेगा मौसम
संभावना जताई जा रही है कि राजस्थान के चक्रवात के कारण बने सिस्टम के चलते आने वाले 3 से चार दिनों तक प्रदेश में कहीं कहीं आंधी और बारिश की संभावना है। वहीं मौसम की इस धूप-छांव के चलते कई इलाकों में अधिकतम तापमान में गिरावट हो सकती है। ज्योतिष के मुताबिक नौतपा के बाद तपा में भी जमकर गर्मी पड़ती है, लेकिन इस बार न तो नौतपा और न ही तपा में सूर्यदेव के तेवर नरम ही रहे। वहीं मौसम की इन अठखेलियों से किसान काफी परेशान हैं।