BHOPAL. पर्यावरण बचाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक पौधा रोज का संकल्प लिया है। जिसके तहत वे प्रतिदिन पौधारोपण करते हैं लेकिन अधिकारियों का रवैया सीएम के इस संकल्प से उलट है। राजधानी भोपाल में ही एक अधिकारी ने रातोंरात 30 पेड़ कटवा दिए। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि 30-30 साल पुराने पेड़ों की बेरहमी से कटाई का आरोप वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक आरके गुप्ता पर है। यानी जिनके कंधों पर प्रदेश के वनों को बचाने की जिम्मेदारी है। वही पेड़ों का कत्ल कर रहे हैं।
ये है घटनाक्रम
भोपाल में होशंगाबाद रोड स्थित दानिश नगर कॉलोनी में नगर निगम की बाउंड्री से लगे यूकेलिप्टस के 30 पेड़ों को काट दिया गया है। रहवासियों का कहना हैं कि 3 और 4 दिसंबर की दरमियानी रात कुछ मजदूर वहां पहुंचे और रातों-रात विशालकाय पेड़ों को गिरा दिया गया। पूरी प्लानिंग के साथ पेड़ों का कत्ल किया गया। पेड़ काटने पहुंचे लोग संसाधनों से लैस थे। 30 पेड़ काटने के बाद लकड़ी को गाड़ियों में भरा और गाड़ियां रवाना भी कर दी। इतना ही नहीं पत्तियों और टहनियों को पार्क में फेंककर आग के हवाले कर दिया। आग की लपटे उठती देख रहवासी मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक पेड़ काटे जा चुके थे।
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पीसीसीएफ आरके गुप्ता पर आरोप
दानिश नगर डी-2 के जिस पार्क की बाउंड्री से लगे पेड़ काटे गए हैं। उसके ठीक सामने एक नया बंगला बना है। ये बंगला हैं पीसीसीएफ आरके गुप्ता का। जानकारी के मुताबिक आरके गुप्ता ने नगर निगम से इन पेड़ों की छटांई के लिए अनुमति मांगी थी। लेकिन इसकी एवज में उन्होंने जड़ से ही पेड़ कटवा दिए। बताया जा रहा हैं कि पेड़ों की कुछ पत्तियां गुप्ता के घर में जाती थी। सामाजिक कार्यकर्ता अंशु गुप्ता का कहना हैं कि पत्तियों को आंगन में आने से रोकने के लिए आरके गुप्ता ने पेड़ों का ही कत्ल करवा दिया। बता दें कि दानिश नगर पार्क में यूकेलिप्टस के 80 से ज्यादा पेड़ लगे हुए थे। इसमें स्थानीय लोगों ने भी पार्क में हरियाली बढ़ाने के लिए पेड़ लगाए गए थे। दानिश नगर रहवासी कल्याण समिति के अध्यक्ष एसके मंडलोई का कहना हैं कि आरके गुप्ता के खिलाफ दंड़ात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।
रहवासियों ने किया प्रदर्शन
4 दिसंबर को दानिश नगर के रहवासियों ने पेड़ों की कटाई के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। 5 दिसंबर को महापौर से शिकायत भी की थी। वहीं इस मामले में पीसीसीएफ आरके गुप्ता ने चुप्पी साध ली है। वे घर पर मौजूद नहीं थे। द सूत्र ने उनके मोबाइल नंबर पर कॉल कर संपर्क करना चाहा, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। द सूत्र ने व्हाट्सएप मैसेज करके उनका पक्ष जानने की कोशिश की है। लेकिन मैसेज पढ़ने के बाद भी गुप्ता जवाब नहीं दे रहे हैं। वहीं शिकायत मिलने पर महापौर मालती राय का कहना हैं कि वे जांच कराकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कराएंगी।