RATLAM. मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रतलामवासियों को 1374 करोड़ रुपए के विकासकार्यों की सौगात शनिवार को दी। दरअसल, सीएम रतलाम में आयोजित लाडली बहना महासम्मेलन कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां उन्होंने नर्मदा का पानी रतलाम लाने की बात कही। इसके अलावा शहर के बहुप्रतीक्षित गोल्ड कॉम्प्लेक्स, दो सिटी फोरलेन का भूमि पूजन व 1374 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को आवास अधिकार पत्रों का वितरण किया।
अहाते बंद हुई या नहीं- सीएम
चुनावी साल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। जहां उन्होंने लाडली बहना योजना के बारे में कलेक्टर से जानकारी लेते हुए ईकेवायसी के लिए बहनों को वाहन उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया, वहीं एसपी से पूछा कि अहाते बंद हुई या नहीं, जिसमें एसपी ने जबाब दिया कि जिले की सभी आहतों को बंद कर दिया है।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने रतलाम के पोलो ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विकासकार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन कर जिलेवासियों को कई सौगातें दीं। #शिव_राज_में_विश्वास pic.twitter.com/ZE9PB0M1U1
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) April 8, 2023
काले झंडे दिखाने आए कांग्रेसियों को किया गिरफ्तार
रतलाम में सीएम शिवराज सिंह चौहान का विरोध करने के लिए बंजली हवाई पट्टी के पास खड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जावरा में भी कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। कांग्रेसी यहां सीएम को काले झंडे दिखाने के लिए निकले थे।
बेटी के पैदा होने पर मां का खिले चेहरा
सीमए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं प्रदेश व जिले को जो कुछ दे रहा हूं ये मेरा फर्ज है। मेरा धर्म है। रतलाम में मेडिकल कॉलेज की मांग की गई। 1965 के बाद यहां कोई कॉलेज नहीं खुला था। लेकिन हमने रतलाम में कॉलेज खोलकर दिखाया। लाडली बहना योजना बहनों की जिंदगी में एक क्रांतिकारी योजना है। बचपन से मैंने अपने गांव में अपने घर में बेटियों के साथ अन्याय होते देखा था। बेटा होने पर घर में खुशियां मनाई जाती थी। बेटी पैदा होने पर मां को चेहरा खुशी से खिल उठे ऐसा प्रदेश बनाने के लिए मैं पूरी मेहनत करूंगा।
बेटियां नहीं रही तो बहू कहां से लाओगे
कार्यक्रम में मप्र सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बेटे को बुढ़ापे की लाठी कहते थे। जब नया जमाना आया और पता चल जाता कि गर्भ में बेटी है तो मार देते थे। उन्होंने कहा कि अगर बेटियां नहीं रही तो बहूं कहां से लाओगे। बेटियों के साथ लगातार अन्याय हुआ। एक बार मुझे बोलने का मौका मिला तो मैंने कहा कि बेटियों को भी पैदा होने दो। तब लोग बोलते थे कि बेटी के लिए दहेज कहां से आएगा। मैं जब मुख्यमंत्री बना तो पहली योजना बेटियों की शादी के लिए बनाई। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना बनाई ताकि बेटियों की सामूहिक शादी कराई जा सके।