BHOPAL. सिविल सर्विस डे पर 21 अप्रैल, शुक्रवार को प्रशासन अकादमी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबोधित किया। यहां सीएम ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में अब सुधार की जरूरत है। कुछ लोग इसका दुरुपयोग कर रहे हैं। कई बार लोग परेशान करने के लिए जनप्रतिनिधियों और सरपंच की शिकायत करवा देते हैं कि जांच हो जाए। फंसने पर उसे ब्लैकमेल भी किया जाता है। हम टेक्नोलॉजी से दूर नहीं रह सकते, लेकिन विश्लेषण कर लेना चाहिए।
एक भी ऐसा काम, जो जायज है, जो होना चाहिए, शेष न रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय हमारे दिमाग में एक ही चीज है कि कोई भी समस्या न छूट जाए। नगर निगम या नगर पालिका के छोटे-मोटे काम जिनसे रोज वास्ता पड़ता है। लोगों को वहीं समस्या होती है। इसमें प्रशासन बदनाम होता है। हम इस सिविल सर्विस डे पर संकल्प करें कि एक भी ऐसा काम, जो जायज है, जो होना चाहिए, शेष न रहे।
सिविल सर्विस डे का अर्थ ही है कि हम लोग जनता की सेवा के लिए हैं। हम लोक सेवक हैं, हमारा मूल काम ही देश और समाज की सेवा करना है।
आज प्रशासन अकादमी, भोपाल में आयोजित 'सिविल सेवा दिवस समारोह 2023' का शुभारंभ कर सहभागिता की। pic.twitter.com/FkRbG5kpcr
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 21, 2023
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कई अधिकारियों के परिश्रम का मैं स्वयं साक्षी हूं
शिवराज ने कहा कि हमारे कई अधिकारी मित्र दिन-रात परिश्रम करते हैं मैं खुद साक्षी हूं। मुझे उन्हें देखकर गर्व होता है। अफसरों में अनेक ऐसे हैं, जो दिन और रात जिद, जुनून और जज्बे के साथ काम करते हैं। अपने आप को पूरी तरह झोंक देते हैं। सरकार ने कोई रीति-नीति बनाई तो उसका स्वरूप निर्धारण करना और नीचे जमीन पर उतार देना।
हम जनता की सेवा के लिए हैं
सिविल सर्विस डे का अर्थ ही यह है कि हम लोग हैं जनता की सेवा के लिए हैं। हम लोक सेवक हैं। हमारा मूल काम ही देश की सेवा और समाज की सेवा है। लोकतंत्र में हम सब जानते हैं कि जनता का, जनता के लिए जनता के द्वारा शासन है। यानी जो कुछ है जनता के लिए ही है। हम समृद्धि की बात करें। विकास की बात करें। इंफ्रा की बात करें। सुरक्षा की बात करें। अंततः सब लोगों के लिए है, जनता के लिए है।
आईपीएस और आईएएस होने का अहंकार न करें
शिवराज ने अफसरों को सलाह दी कि अहंकार न करें कि हम तो आईपीएस हैं, आईएएस हैं, हम जनता के सेवक हैं। हमें अहंकार में नहीं रहना चाहिए। यह दिमाग में रहना चाहिए कि हम जनता की बेहतरी के लिए हैं। हमें हमेशा ये ऐहसास रहना चाहिए कि हम लोगों के लिए हैं। कई चुनौतियां आती हैं। उन परिस्थितियों का मुकाबला करना पड़ता है। धैर्य नहीं खोना है। आप टीम के लीडर हैं। हमारा उत्साह अगर कम हुआ तो हम कहीं काम नहीं कर पाएंगे और नुकसान देश व प्रदेश का होगा। आज प्रदेश को अगर यहां लाकर खड़ा किया है तो हमने किया है।