BHOPAL. मध्यप्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है, ऐसे में सत्ताधारी दल मतदाताओं को लुभाने के लिए जनहितैषी योजनाओं का ऐलान कर रहा है। ऐसा ही एक ऐलान सीएम शिवराज के ट्विटर हैंडल (chief minister, mp) से 15 मई को किया गया था। इस ट्वीट में बताया गया था कि एमपी में कौशल कमाई योजना की शुरुआत 1 जून से होने जा रही है, लेकिन अब तक इस योजना से संबंधित कोई तैयारी सरकार की तरफ से नहीं हो सकी। जिसके कारण सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस से कड़ी नाराजगी जताई।
प्रस्ताव पर काम करने में जुटे अफसर
बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव छुट्टी से लौटे तो तुरंत ही उन्हें सीएम शिवराज ने तलब कर इस योजना से जुड़े प्रावधानों की रूपरेखा से संबंधित कोई काम ना होने के चलते नाराजगी जताई। जिसके बाद मुख्य सचिव ने निचले अधिकारियों को तत्काल आदेश जारी किए और कहा कि मंगलवार (16 मई) को होने वाली कैबिनेट के एक्स एजेंडे में इस योजना को लाया जाए। जिसके बाद अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों की मानें तो अधिकारियों ने देर रात तक इसका प्रस्ताव तैयार किया।
क्या है कौशल कमाई योजना
सशक्त और आत्मनिर्भर बनेंगे युवा।
मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना के लिए 1 जून से प्रारंभ होगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया।
युवाओं को विभिन्न सेक्टरों में प्रशिक्षण के लिए प्रतिमाह ₹8100 मिलेंगे। #शिव_राज_में_विश्वास pic.twitter.com/w6gm8sqszQ
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) May 15, 2023
मुख्यमंत्री कार्यालय के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट इसकी जानकारी देते हुए बताया गया है कि "सशक्त और आत्मनिर्भर बनेंगे युवा। मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना के लिए 1 जून से प्रारंभ होगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया। युवाओं को विभिन्न सेक्टरों में प्रशिक्षण के लिए प्रतिमाह ₹8100 मिलेंगे।" बता दें, इस योजना के तहत युवाओं को कुशल बनाने के लिए ट्रेनिंग दिया जाएगा। ट्रेनिंग के साथ ही युवाओं की कमाई भी शुरू हो जाएगी।
आखिर हंगामा क्यों है बरपा
मध्यप्रदेश में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। 13 मई को आए कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों ने बीजेपी शासित राज्यों की सरकार की नींद उड़ा रखी है। ऐसे में एमपी सरकार युवा वर्ग को साधने के लिए कौशल कमाई योजना को प्रदेश में लागू कर युवा वर्ग के वोटरों को लुभाने की कोशिश में लगी थी, लेकिन लाल फीताशाही और अधिकारियों के ढुलमुल रवैये के कारण घोषणा के बाद अब तक उस पर कोई काम नहीं हुआ। सीएस भी लंबी छुट्टी पर चले गए थे। छुट्टी से लौटते ही मुख्य सचिव को सीएम ने योजना के काम में बरती गई ढिलाई के लिए जमकर फटकार लगाई, जिसके बाद आनन-फानन में मुख्य सचिव ने मातहतों को बुलाकर तत्काल ही इस योजना का ड्राफ्ट तैयार कर कल होने वाली कैबिनेट के एक्स एजेंडे में शामिल करने के लिए कहा। आपको बता दें कि कैबनिटे के ऐजेंडे पहले से तय होते हैं, लेकिन अगर कोई महत्वपूर्ण बिंदु शामिल किया जाना हो तो उसे एक्स एजेंडा कहते हैं।