BHOPAL. मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) में 21 जनवरी से इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि यहां एसी (एयर कंडीशनर) चल रहे थे। इस पर उन्होंने एसी बंद कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सर्दी के दिन हैं। सभी कोट-पैंट और सर्दी के कपड़े पहनकर आए हैं। उसमें ये एसी चलाने की क्या जरूरत है। हमारे प्रधानमंत्री ऊर्जा बचाने के पक्षधर हैं, जब और जितनी जरूरत हो उतनी ही बिजली खर्च करो। कार्यक्रम में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह, मध्यप्रदेश सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा भी मौजूद थे। यह कार्यक्रम 24 जनवरी तक चलेगा।
मैनिट भारत की शान और मध्यप्रदेश का गौरव है
मुख्यमंत्री ने कहा, मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मध्यप्रदेश का गौरव है। मैनिट भारत की शान है। भारत की सोच ही वैज्ञानिक है। इनोवेटिव और साइंटिफिक सोच, ये भारत की संस्कृति, माटी और यहां की जड़ों में है। हजारों साल पहले से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत आगे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे वैज्ञानिकों ने चमत्कार किया। उनका मैं आभारी हूं। हमने विश्व भर को कोरोना की वैक्सीन दी। अगर वैक्सीन नहीं होती, तो आज आप सभी के मुंह पर मास्क होते। ये प्रधानमंत्री का ही चमत्कार है कि आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत का सतत् विकास जारी है। भारत के निर्माण में साइंस, टेक्नॉलोजी, इनोवेशन का महत्वपूर्ण रोल है। प्रधानमंत्री मोदी की सोच पूरी तरह साइंटिफिक है।
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जिज्ञासा-जिद के फार्मूले पर साइंस और टेक्नोलॉजी की पॉलिसी बनाई
न्यूटन का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि फल गिरना एक सामान्य घटना थी। लेकिन न्यूटन की जिज्ञासा जागी। न्यूटन की जिज्ञासा के कारण गुरुत्वाकर्षण का पता चला। जानने की जिद नहं है तो आप केवल सोच कर रह जाएंगे। जिज्ञासा और जिद के फार्मूले पर हमने मध्यप्रदेश में साइंस और टेक्नोलॉजी की पॉलिसी बनाई है।
मन में इनोवेटिव आइडिया आएं तो उसे जमीन पर उतारे युवा
युवाओं को भरोसा दिलाते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि समाज में साइंस, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का इकोसिस्टम डेवलप करना हमारा उद्देश्य है। आपके पास इनोवेटिव आइडियाज हैं तो मैं आपको निराश नहीं करूंगा। मन में इनोवेटिव आइडिया आएं तो उसे जमीन पर उतारो, सरकार साथ खड़ी है। इसी आधार पर हमने स्टार्टअप नीति बनाने की कोशिश की। इंदौर में स्टार्टअप पार्क बनाएं जा रहे हैं। जरूरत पड़ी तो भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर में भी बनाएंगे।
मैनिट में यह आठवां साइंस फेस्टिवल
बता दें यह मैनिट में आठवां साइंस फेस्टिवल है। देश-प्रदेश से स्टूडेंट्स, साइंटिस्ट के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों के लोग जुड़ रहे हैं। इसका आयोजन केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, विज्ञान भारती स्थानीय स्तर पर मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के कोऑर्डिनेशन से यह इवेंट हो रहा है। यहां इसमें कुल 15 प्रमुख घटकों पर विचार विमर्श और चर्चा होनी है।