BHOPAL. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राजनेताओं ने अलग ही अंदाज में एक पार्टी से दूसरी पार्टी का दामन थामना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में अब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिला आष्टा विधानसभा सीट से आने वाले प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेता कमल सिंह चौहान ने कमलनाथ की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। इतना ही नहीं वह अपने साथ 1500 कार्यकर्ताओं को भी कांग्रेस में शामिल किया।
कौन हैं कमल सिंह
प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल सिंह आष्टा से जिला पंचायत सदस्य भी हैं। बीते दिनों यहां हुए जिला पंचायत चुनाव में कमल सिंह चौहान ने बीजेपी समर्थित उम्मीदवार के पक्ष में मतदान कराने के साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लेकिन सरकार और संगठन की बेरुखी के चलते उन्होंने अब कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
पूर्व सीएम की मौजूदगी में शामिल हुए नेता
आष्टा क्षेत्र में अपनी बड़ी पकड़ रखने वाले कमल सिंह चौहान ने अपने 1500 समर्थकों के साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर पीसीसी चीफ कमलनाथ की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। साथ ही कांग्रेस की रीति-नीति से प्रभावित होकर कमलनाथ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की बाद भी कही है।
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बीजेपी से नाराज थे कमल
सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में संगठन और सत्ता के बीच कोई विशेष तालमेल नहीं है यहां पर संगठन और सत्ता के रवैया को लेकर कई नेता कुछ वर्षों से खासे नाराज बताए जा रहे हैं। एक और जहां कांग्रेस आष्टा विधानसभा में अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटी हुई है, वहीं दूसरी ओर बीजेपी अपनी जमीन बचाने में थोड़ी सी नाकाम दिखाई दे रही है। आष्टा क्षेत्र में जहां कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा लगातार सक्रिय हैं। वहीं, बीजेपी नेताओं की बेरुखी के चलते कई नेता कांग्रेस का रुख अपनाने लगे हैं। कमल सिंह चौहान भी बीजेपी से नाराज बताए जा रहे थे इसीलिए उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा है।