BHOPAL. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये कनार्टक-फर्नाटक क्या है? ये मध्यप्रदेश है। यहां हम धूमधाम से जीत का रिकॉर्ड बनाएंगे। उनके (कांग्रेस) के पास क्या है, हमारे पास नरेंद्र मोदी हैं। दिन-रात तपने वाले देवदुर्लभ कार्यकर्ता हैं। कांग्रेस कहीं से भी हमारा मुकाबला नहीं कर सकती है। मेरे तरकश में अभी बहुत से तीर हैं। सीएम शिवराज ने शुक्रवार (19 मई) को बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस पर इस तरह साधा निशाना। सीएम ने विधायकों को सांसदों की तरह वर्कप्लान बनाने के लिए भी कहा।
अब मेरिट में आने वाले बेटों को भी दी जाएगी ई-स्कूटी
शुक्रवार को भोपाल में बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधायकों को वर्कप्लान बनाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह सांसद अपना वर्कप्लान बनाकर पीएम को देते हैं, उसी तरह विधायक भी अपना कार्यक्रम बनाकर काम करें। सीएम शिवराज ने ये भी ऐलान किया कि अब बेटियों की तरह मेरिट में आने वाले बेटों को भी ई-स्कूटी दी जाएगी।
कर्नाटक में शपथ से पहले ही सिर उठाने लगीं राष्ट्रविरोधी ताकतें
सीएम ने कहा कि कर्नाटक में अभी मुख्यमंत्री ने शपथ भी नहीं ली है। उससे पहले ही पीएफआई जैसी राष्ट्रविरोधी ताकतें सिर उठाने लगी हैं। उन्होंने कहा, 'हम देश विरोधी ताकतों को छोड़ेंगे नहीं। अभी HUT के 11 लोग पकड़े हैं। जेएमबी के नेटवर्क को ध्वस्त किया है। 2003 में ही सिमी, डकैतों का सफाया कर दिया था। कांग्रेस की सरकार में नक्सली मंत्री की गर्दन काट ले गए थे। हमने नक्सलियों को मार गिराया है। अगर दूसरी सरकार होती तो सोचिए, क्या होता?'
विजयवर्गीय ने कहा- कांग्रेस के दो बुढ़ऊ घूम रहे
कार्यसमिति की बैठक में सत्र के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस के बारे में क्या कहूं.. कांग्रेस के दो जासूस बोलूं.. बुढ़ऊ बोलूं.. क्या बोलूं, घूम रहे हैं.. 75-75 साल की उम्र है.. वो जब चलते हैं, खाली चाल ही देख लो आप.. कमलनाथ जी जब चलें तो उसका एक वीडियो निकाल लेना और शिवराज जी चलें तो उसका वीडियो निकाल लेना.. स्पीड से पता लग जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी कितनी तेज है। कार्यसमिति की बैठक में विजयवर्गीय ने कार्यकर्ताओं और सीनियर नेताओं में बढ़ते असंतोष पर कहा कि कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनी जा रही। प्रभारी मंत्री दौरे के वक्त हवा की तरह जाते हैं और तूफान की तरफ वापस लौट आते हैं। चुनावी समय में ये व्यवहार ठीक नहीं। इसे मंत्रियों से लेकर जिलाध्यक्षों, विधायकों को सुधारना होगा।