BHOPAL. प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कुछ ही माह शेष हैं। चुनावी साल का शासकीय विभाग भी फायदा लेने में पीछे नहीं है। कई विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। वहीं पुरानी पेंशन व्यवस्था की मांग बढ़ती जा रही हैं। सरकार भी चुनावी साल में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। ऐसे में कर्मचारी संगठनों को मनाने की तैयारी कर रही हैं। नाराज कर्मचारी संगठनों के 2-2 पदाधिकारियों की सीएम से मुलाकात हो सकती है।
राज्य कर्मचारी कल्याण समिति ने मांगे नाम
बता दें कि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले आंदोलन की राह पर चल रहे कर्मचारी संगठनों की नाराजगी दूर करने के लिए सरकार एक्टिव हो गई है। सीएम शिवराज सिंह ने खुद मोर्चा संभाला है। राज्य कर्मचारी कल्याण समिति ने रजिस्ट्रेड कर्मचारी संगठनों से नाम मांगे हैं। कर्मचारी संगठनों की मांगों पर बैठक में विचार किया जाएगा।
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20 अप्रैल से होना है आंदोलन, 16 को मुलाकात संभव
तृतीय वर्ग कर्मचारी संगठन, संविदा कर्मचारी संगठनों ने भी आंदोलन का प्लान बना लिया है। 20 अप्रैल से कर्मचारियों का सबसे बड़ा संगठन तृतीय वर्ग कर्मचारी संगठन का आंदोलन होगा। लेकिन आंदोलन से पहले 16 अप्रैल को मुख्यमंत्री से बैठक होने की उम्मीद है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का 1500 रुपए बढ़ेगा मानदेय
पिछले कई दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की हड़ताल प्रदेश में जारी थी। इनकी हड़ताल को देखते हुए राज्य सरकार ने पिछले दिनों कार्यकर्ताओं के 1500 और सहायिकाओं के 750 रुपए बढ़ाने का फैसला किया है। बता दें कि 2018 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 5500 रुपए से बढ़ाकर 7000 रुपए कर दिया गया था, लेकिन यह बढ़ा हुआ मानदेय सिर्फ तीन महीने ही मिला। इसके बाद बंद कर दिया था।
आशा कार्यकर्ताओं ने भी की थी हड़ताल
मध्य प्रदेश में अपना मानदेय बढ़ाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं भी आंदोलन कर रही है। पिछले 15 साल से अपनी मांगों को लेकर मोर्चा संभाले हुए खंडवा के आशा कार्यकर्ताओं का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें ये कार्यकर्ता कहती दिख रही है कि CM शिवराज सिंह चौहान के कुत्ते के बिस्किट भी महीने में दो हजार से ज्यादा के आते होंगे, उतने पैसे में आशा कार्यकर्ता काम कर रहीं हैं। आशा कार्यकर्ता अपनी वेतन वृद्धि को लेकर हड़ताल पर है। इससे संबंधित एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर गंभीर आरोप लगाए। वहीं, पूर्व सीएम कमलनाथ की तारीफ भी करती हुई दिख रही है।