BHOPAL. भोपाल क्राइम ब्रांच ने सीएम ऑफिस का अधिकारी बताकर नगर निगम के अधिकारी को धौंस बताने वाले नीरज मिश्रा नामक युवक को अरेस्ट किया है। वह निगम में गैर हाजिर कर्मचारी की सैलरी निकलवाने के नाम अधिकारी पर दबाव डाल रहा था। पुलिस ने उस सफाई कर्मचारी को भी पकड़ा, जिसकी सैलरी बनाने के लिए आरोपी ने स्वास्थ्य अधिकारी को फोन किया था। आरोपी ने खुद को सीएम का पीए बताया और स्वास्थ्य अधिकारी से कहा कि निगम के सफाई कर्मचारी आदर्श पाथरे की वेतन क्यों नहीं बना रहे हो। मैं तुम्हारे कमिश्नर के नाम पर नोटिस तैयार करवा रहा हूं।
आरोपी नीरज ने इस तरह स्वास्थ्य अधिकारी को धमकाया
एडिशनल डीसीपी शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि टीटी नगर निवासी संदीप ठाकुर (40) नगर निगम में जोन-8 के स्वास्थ्य अधिकारी हैं। उन्होंने 13 फरवरी को पुलिस को आवेदन देकर बताया था कि मोबाइल नंबर 8871099258 से फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह मुख्यमंत्री कार्यालय से मुख्यमंत्री साहब का पीए नीरज मिश्रा बात कर रहा हूं। तुम संदीप बोल रहे हो। मैंने कहा हां आप कौन। इसके बाद बोला कि आदर्श पाथरे की वेतन क्यों नहीं बना रहे हो। मैंने कहा कि आदर्श काम पर नहीं आता है, इसलिये सेलरी नहीं बन रही है। इसके बाद उसने धमकाते हुए मुझसे कहा कि मैं तुम्हारे कमिश्नर के नाम पर नोटिस तैयार करवा रहा हूं।
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प्राइवेट कंपनी में काम करता है आरोपी नीरज मिश्रा
स्वास्थ्य अधिकारी संदीप ने उससे कहा कि कमिश्नर से बात कर लीजिए। इसके बाद आरोपी ने फोन काट दिया। संदेह होने पर संदीप ने सीएम हाउस में पता किया। तो अधिकारियों से पता चला कि नीरज मिश्रा नाम का कोई पीए नहीं है। इसके बाद क्राइम ब्रांच को संदीप ने आवेदन दिया। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार तुलसी नगर निवासी नीरज मिश्रा पिता श्रीकृष्ण कुमार मिश्रा (32) को गिरफ्तार किया। उसने पूछताछ में बताया कि वह एक प्राइवेट कंपनी में सुपरवाइजर है। उसने नगर निगम के सफाई कर्मचारी आदर्श पाथरे के कहने पर फोन किया था। उसके खुलासे के बाद पुलिस ने आदर्श पाथरे को गिरफ्तार किया।
अल्टीमेटम दिया, फिर भी ड्यूटी में नहीं लौटा था कर्मचारी
संदीप ठाकुर ने बताया कि आदर्श पाथरे कई महीनों से ड्यूटी पर नहीं आ रहा था। उसे दो बार अल्टीमेटम दिया गया, फिर भी वह नहीं आया। इसलिए उसकी वेतन नहीं बनाई। वेतन पाने के लिए उसने नीरज मिश्रा से फोन लगवाया। व