अभिषेक सोनी, DEVAS. देवास में आज (21 फरवरी) कलेक्टर की जनसुनवाई में एक ऐसा मामले सामने आया जिसमें दिव्यांग की पेंशन कोई बिचौलिया निकाल लेते है और वह उसका दिव्यांग परिवार तिल तिलकर जी रहा है। ऐसी जिंदगी से परेशान दिव्यांग ने कलेक्टर ऋषव गुप्ता के सामने इच्छा मृत्यु की गुहार लगा दी। और कहा कि मेरे परिवार में पत्नी और बेटा भी दिव्यांग हैं और कुछ करने लायक नहीं है। हम तीनों ही मरना चाहते हैं। हालांकि कलेक्टर ने अपने मातहतों से दिव्यांग के खाते की जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
पेंशन खाते से कोई और निकाल लेता है
जनसुनवाई में दिव्यांग जगदीश यादव ने बताया कि उसके परिवार में पत्नी और बेटा सहित तीनों लोग दिव्यांग हैं। किसी प्रकार का कोई रोजगार नहीं है। मकान भी गिर चुका है। दिव्यांग पेंशन भी नहीं मिल रही है। पेंशन के लिए चार बार आवेदन दे चुका हूं, लेकिन अब तक कोई समाधन नहीं हुआ है। पेंशन तो खाते में आती है, लेकिन कोई निकाल लेता है। उसने मीडिया से चर्चा में भी सीएम से समस्या के समाधान की गुहार लगाई है।
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झुग्गी में रहता है दिव्यांग
दिव्यांग जगदीश यादव,जयसिंह नगर झुग्गी बस्ती में रहता है। उसके साथ पत्नी सुशीला और बेटा वासुदेव यादव रहता है। तीनों दिव्यांग हैं। जगदीश ने बताया कि कलेक्टर की जनसुनवाई में चार बार आ चुका हूं, लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं हुई है। कोई आमदनी नहीं है और न कोई व्यवसाय है। बेटा भी कलेक्टर के पास नौकरी के लिए आ चुका है, लेकिन कोई राहत नहीं मिल है। वर्तमान में 6 किलो राशन मिलता है। जो तीन दिन में भी नहीं चल पाता है। बकौल, दिव्यांग कलेक्टर ने खाते की जांच कराने की बात कही है। जवाब में दिव्यांग ने कहा, मैं खाता चेक कराने नहीं आया। मैं सिर्फ आवेदन देने आया हूं। हमारा परिवार अब जीना नहीं चाहता, हमें इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।