BHOPAL. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस नेताओं ने इसकी शिकायत सायबर क्राइम में की है। कांग्रेस ने ये शिकायत मीडिया संस्थान पंजाब केसरी और मप्र बीजेपी प्रवक्ता डॉ हितेष वाजपेयी के खिलाफ की है। कांग्रेस ने कहा कि दिग्विजय सिंह के पुराने वीडियो के साथ छेड़छाड़, कूट रचना कर जनता में विद्वेष फैलाने तथा उनकी छवि को धूमिल करने का कुप्रयास कर अपराधिक कृत्य किया गया है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा समेत अन्य नेताओं ने राजधानी के पुलिस थाना सायबर क्राइम ब्रांच पहुंचकर पंजाब केसरी और डॉ हितेष वाजपेयी के खिलाफ तत्काल प्रथम सूचना, रिपोर्ट, धारा 295 क, 420, 465, 469, 505 (2), 500 एवं 120-बी भारतीय दंड विधान एवं सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम की धारा 66, 67 व 68 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर उचित कार्यवाही करने की मांग की।
ये है मामला
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल के सायबर क्राइम बांच को सौंपे गये ज्ञापन में कहा है कि मप्र भाजपा के प्रवक्ता डॉक्टर हितेश वाजपेयी द्वारा दिनांक 01 फरवरी 2023 को समय रात्रि 10ः45 मिनिट पर अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल /@drhiteshbajpai से एक कूट रचित मिथ्या एवं षड्यंत्रकारी वीडियो से अपने अज्ञात साथियों के साथ मिलकर कूट रचना कर प्रसारित किया गया है। उक्त ट्वीट में संलग्न वीडियो के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया गया है कि दिग्विजय सिंह हिंदू विरोधी व गौमांस खाने की पैरवी कर रहे हैं। यही वीडियो मीडिया संस्थान पंजाब केसरी (मप्र-छग) के द्वारा अपने अधिकृत फेसबुक अकाउंट पर दिग्विजय सिंह के बयान के रूप में प्रसारित किया गया है, जो कि अपराध की श्रेणी में आता है।
भ्रामक जानकारी देने का आरोप
कांग्रेस का कहना है कि डॉक्टर हितेष वाजपेयी और पंजाब केसरी (मप्र-छग) द्वारा प्रसारित व प्रचारित उक्त वीडियो कूट रचित अधूरा, असत्य एवं भ्रामक जानकारियों से परिपूर्ण होकर षड़यंत्रकारी है। वाजपेयी ने जिस मूल वीडियो से छेड़छाड़ की वह वीडियो दिनांक 25 दिसंबर 2021 को भोपाल के नर्मदा भवन मे आयोजित जनजागरण यात्रा के एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा दिए गए भाषण के अंश हैं। भाषण का मूल वीडियो शिकायत के साथ डीव्हीडी के माध्यम से प्रेषित किया गया है। दिग्विजय सिंह ने अपने भाषण मे विनायक दामोदर सावरकर की किताब सावरकर समग्र के खंड 7 के प्रष्ठ क्रमांक 433 मे वर्णित अध्याय ‘‘गो- पालन हो, गो-पूजन नहीं’’ का संदर्भ बताकर गाय के संबंध में सावरकर द्वारा लिखी गई बातों का उल्लेख किया था। शिकायत के साथ सावरकर समग्र खंड 7 के कुछ पृष्ठ भी भेजे गये हैं।
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