BHOPAL. वर्ष 2023 में होने वाले मध्यप्रदेश विधानसभा के चुनाव परिणाम का प्रथम आकलन किए हुए 1 महीना व्यतीत हो चुका है। अतः बीते 15 दिनों में क्या कुछ राजनीतिक रूप से घटित हुआ है या भविष्य में घटने की संभावना बनी है, उस पर विचार मंथन करना होगा। तभी अनुमानित परिणाम का ज्यादा सटीक आकलन हो पाएगा।
नवाचारों में एक और नवाचार
मध्यप्रदेश शासन ने 1 अप्रैल 2023 से नए प्रारंभ किए गए नवचारों में एक और नया नवाचार जोड़ा है। 'पशु एम्बुलेंस' को प्रारंभ किए जाने की घोषणा। वहीं दूसरी ओर नदी एम्बुलेंस सेवा तो 20 मार्च से प्रारंभ ही कर दी है। दूसरी ओर एक आदिवासी महिला के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के विरुद्ध गुस्साई भीड़ पर हुई फायरिंग से एक आदिवासी युवक की मौत ने आदिवासी राजनीति को गरमा दिया है। जंगलराज के आरोप के प्रत्युत्तर में मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं।
इस पखवाड़े में घटीं कुछ और प्रमुख घटनाएं
इस पखवाड़े में कुछ और प्रमुख घटनाएं घटी हैं। एक, दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाए गए जिनके खिलाफ दिल्ली पुलिस ने आनन-फानन 138 केस दर्ज कर 'आज तक' न्यूज चैनल के 'सबसे आगे सबसे तेज' कथन को सही सिद्ध कर दिया। वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी ने सूरत के मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी द्वारा विधायक पूर्णेश मोदी द्वारा दायर किए गए मानहानि के मामले में माफी ना मांगकर सजा को स्वीकार किया। इस मामले पर लोगों की जो प्रतिक्रिया आई है, दुर्भाग्यवश वो राजनीति से प्रेरित होने के कारण कानूनी प्रक्रिया को राजनीति से मिश्रित कर दिया गया। तथापि कांग्रेस स्पष्ट रूप से सजा को राजनीतिक हथियार बनाने का प्रयास कर रही है। अतः ये कानूनी लड़ाई के साथ-साथ राजनीतिक लड़ाई का मुद्दा जरूर बनेगा।
विक्टिम कार्ड खेल सकती है कांग्रेस
याद कीजिए! वर्ष 1978 में जनता पार्टी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी करने के बाद वर्ष 1977 में हुई करारी हार के कारण जहां सत्ता की वापसी के द्वार दूर-दूर तक नहीं दिख रहे थे, अंततः उनकी सत्ता में वापसी हो गई। कहीं वही इतिहास तो नहीं दोहराए जाने वाला है? राहुल गांधी द्वारा संसद में माफी मांगे जाने तक संसद को ना चलने देना, मानहानि के मामले में राहुल गांधी को हुई 2 साल की सजा को लेकर और जम्मू-कश्मीर में महिलाओं द्वारा बतलाए गए यौनाचार के मामले को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान के संबंध में दिल्ली पुलिस द्वारा लगभग पुलिस छावनी में परिवर्तित कर राहुल गांधी से की गई पूछताछ इन समस्त मुद्दों को जोड़कर विक्टिम कार्ड खेलकर कांग्रेस तेजी से सियासी सियासत करेगी और देशव्यापी राष्ट्रीय आंदोलन छेड़ सकती है। निश्चित रूप से मध्यप्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव पर इसका असर पड़ना लाजिमी है।
बीजेपी और कांग्रेस में होगी बराबरी की टक्कर
आगामी कुछ समय में कांग्रेस द्वारा राष्ट्रव्यापी आंदोलन किए जाने की स्थिति में निश्चित रूप से कार्यकर्ता जमीनी स्तर तक बूथ लेवल तक सक्रिय होंगे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सक्रियता का फायदा कुछ महीने बाद होने वाले चुनाव में कांग्रेस को अवश्य मिलेगा। मुझे लगता है इस कारण से बीजेपी और कांग्रेस में बराबरी की टक्कर होगी। इसलिए अब कांग्रेस और बीजेपी को बराबर नंबर देने होंगे। शिवराज सिंह के लाड़ली बहना योजना का जितना प्रभाव धरातल पर दिखेगा उसका कुछ ना कुछ फायदा बीजेपी को मिल सकता है। शिवराज सिंह द्वारा अभी बेरोजगार युवाओं के लिए की गई नई घोषणा 'युवा कौशल कमाई योजना' से युवाओं के प्रभावित होने का आकलन भी अगले अंक में किया जाएगा।