योगेश राठौर, INDORE. मप्र में एक मार्च से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही है। इसके लिए परीक्षा केंद्र तय किए गए हैं। लेकिन इन केंद्रों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारियों पर निजी स्कूलों से सांठगांठ करने का आरोप कांग्रेस लगा रही हैं। इसे लेकर कांग्रेस ने स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को ज्ञापन देकर कुछ स्कूलों के नाम दिए हैं, जिन पर उन्होंने विवादित छवि होने और नकल केंद्र होने के आरोप लगाए हैं। शहर कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल, सूचना अधिकार प्रकोष्ठ के गिरीश जोशी, सेवादल अध्यक्ष मुकेश यादव, संभागीय प्रवक्ता अनूप शुक्ला ने यह ज्ञापन दिया है।
इन केंद्रों पर होगी भारी गड़बड़ी
प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री से कहा है कि जिला शिक्षा अधिकारी ने सांठगांठ करके परीक्षा केंद्र बनाया है। इनमें से कई निजी विद्यालय शिक्षा माफिया के रूप में इंदौर शहर में विद्यालय संचालित कर रहे हैं। कई विद्यालयों के नाम पूर्व में भी नकल प्रकरणों में आ चुके है। ऐसे में अगर इन विद्यालयों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, निश्चित है भारी गड़बड़ी होगी। सुविधा विहीन स्कूलों को केंद्र बनाया गया है, कई स्कूलों की मान्यता के झमेले है, जिला पंचायत सीईओ की आपत्ति के बाद भी कई निजी विद्यालय को केंद्र बना दिया गया। 10वीं परीक्षा के लिए 147 केंद्र और 12वीं कक्षा के लिए 149 केंद्र बनाए है। इसमें 85 स्कूल निजी है। कई विद्यालय संचालकों ने अधिकारियों से सेटिंग कर प्राइवेट फॉर्म भरवाकर अपने विद्यालय को केंद्र बनवाया है।
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इन केंद्रों पर लगवाए जाएं सीसीटीवी
कांग्रेस नेताओं ने मांग की है कि ऐसे सभी विवादित केंद्र बदले जाएं और सभी जगह सीसीटीवी लगाए जाएं। मंत्री इंदर सिंह परमार ने जिला शिक्षा अधिकारी को इस पर कार्रवाई के लिए कहा है।